INDORE. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मालवा प्रांत के पूर्व संपर्क प्रमुख राकेश दुबे पर कनाडिया पुलिस थाने में 48.51 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है। इन धाराओं में गिरफ्तारी ही होगी। वहीं इस एफआईआई को लेकर लंबे समय से संघ से जुड़े रहे कई पदाधिकारियों के बीच खींचतान चलती रही। एफआईआर कराने वाले महावीर जैन भी संघ से जुड़े रहे हैं। उधर एफआईआर रूकवाने के लिए दो दिन पहले तक संघ से जुड़े लोग पुलिस कमिशनर संतोष सिंह के पास पहुंचे लेकिन मामला नहीं दबा सके।
इन धाराओं में यह हुआ केस
कनाडिया पुलिस ने महावीर जैन की साल 2021 की शिकायत पर जांच करने के बाद अब 1 मार्च को राकेश दुबे पिता सूरज प्रसाद दुबे निवासी अग्रसेन नगर एरोड्रम पर केस दर्ज किया है। साथ ही अज्ञात पर भी केस है। इन पर गंभीर धारा धारा 420, 406, 467, 468, 471, 120 बी लगाई है। इसमें दुबे के साथ ही फरियादी की शिकायत में सुनय जैन और नवीन जैन का भी नाम आया है। इसलिए पुलिस ने 120बी भी लगाई है जो दो या अधिक लोगों के साथ में मिलकर अपराध करने पर लगती है, हालांकि अभी जैन का नाम एफआईआर में नहीं जुड़ा है।
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यह है मामला
महावीर जैन की शिकायत थी कि मेरू इन्फ्रा प्रोजेक्ट डेवलपर्स कंपनी में वह डायरेक्टर है और राकेश दुबे पहले पार्टनर रहे हैं। साथ ही सुनय जैन और नवीन जैन भी कंपनी में रहे हैं। दुबे की हरकतों के कारण 30 सितंबर 2020 को उनसे इस्तीफा ले लिया गया और पूरा हिसाब-किताब कर तय हो गया था कि वह उनका कंपनी से कोई वास्ता नहीं। लेकिन इसके बाद भी उन्होंने कंपनी के प्रोजेक्ट में फरवरी 2021 में 13 भूखंड बेच दिए और इसमें कंपनी के सील, साइन और डायरेक्टर होने का इस्तेमाल किया और 48.51 करोड़ रुपए के इन प्लाट की कीमत की राशि कंपनी की जगह विजय कोठारी की कंपनी आरूषी होम के खाते में ली। तत्कालीन दोनो पार्टनर सुनय जैन व नवीन जैन को साथ में लेकर कंपनी के विरुद्ध षडयंत्र किया गया।
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संघ के अंदर की लड़ाई फिर कैसे हुई FIR
इस मामले में लगातार जैन और दुबे के बीच में विवाद जारी था और दोनों ओर से आवेदन थाने दिए गए। लेकिन कागज पर दुबे के गलत होने के चलते मामला बिगड़ गया। दो दिन पहले जब पुलिस की जांच में तय हो गया कि दुबे पर केस हो रहा है तो संघ के गुरुजी सेवा न्यास के पूर्व प्रांतीय सचिव गोपाल गोयल और सेवा भारती प्रांतीय अध्यक्ष रवि भाटिया ने सीपी संतोष सिंह से दुबे के पक्ष में मुलाकात की। लेकिन मामला नहीं रुका।
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सीएम के साथ चर्चा कर गई काम
हाल ही में सीएम डॉ. मोहन यादव, मंत्री तुलसी सिलावट के बेटे की शादी में इंदौर में आए थे। यह शादी कनाडिया क्षेत्र में ही हुई थी और पुलिस के सभी आला अधिकारी इस दौरान सीएम ड्यूटी में थे। इसी दौरान सीएम ने भोजन की टेबल पर जहां सभी नेता मौजूद थे, वहां पर महावीर जैन के साथ करीब सात मिनट तक व्यक्तिगत तौर पर लंबी चर्चा की जो सभी के बीच चर्चा का विषय रहा था। इसके बाद ही अब यह एफआईआर हो गई। इससे माना जा रहा है कि सीएम डॉ. यादव की ओर से पूरी तरह से फ्री हैंड था और इसी के चलते कोई दबाव पुलिस पर काम नहीं आया और आखिरकार दुबे पर केस हो गया।
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