देवास जिले के 54 गांवों के बदलेंगे नाम, सीएम मोहन यादव ने की ऐतिहासिक घोषणा
देवास जिले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 54 गांवों के नाम बदलने की घोषणा की। यह निर्णय भारतीय संस्कृति की पुनः प्रतिष्ठा और गुलामी के प्रतीकों को समाप्त करने की दिशा में उठाया गया कदम है...
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देवास जिले में 54 गांवों के नाम बदलने की घोषणा की है। यह निर्णय जनभावना और भाजपा संगठन की मांग को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस कदम से गुलामी के प्रतीकों को समाप्त कर भारतीय संस्कृति को पुनः प्रतिष्ठित किया जाएगा। भाजपा जिलाध्यक्ष रायसिंह सेंधव ने इसे ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण बताया। प्रशासनिक स्तर पर नाम परिवर्तन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी।
घोषणा भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना है
देवास जिले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 54 गांवों के नाम बदलने की घोषणा की है। यह ऐतिहासिक निर्णय भाजपा जिलाध्यक्ष रायसिंह सेंधव द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव के बाद लिया गया। रायसिंह सेंधव ने इस कदम को भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना और गुलामी के प्रतीकों को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
मुख्यमंत्री ने इस संबंध में राजस्व मंत्री और कलेक्टर को आवश्यक प्रक्रिया को जल्दी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इस घोषणा के बाद, प्रशासनिक स्तर पर नाम परिवर्तन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। नए नामों का चयन भारतीय सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भ में किया गया है। इस बदलाव से देवास जिले की पहचान एक नई दिशा में जाएगी।
प्रदेश के सांस्कृतिक इतिहास को पुनः प्रतिष्ठित करेगा यह कदम
भाजपा जिलाध्यक्ष रायसिंह सेंधव ने इस निर्णय पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कदम प्रदेश के सांस्कृतिक इतिहास को पुनः प्रतिष्ठित करने के लिए उठाया गया है। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए जरूरी बताया।
मुख्यमंत्री द्वारा घोषित नामों में प्रमुख गांवों के नाम जैसे कि मुरादपुर को मुरलीपुर, इस्लाम नगर को ईश्वर नगर, और पीर पाडलिया को पवन पाडलिया किया गया है। इसी तरह, जिले के विभिन्न गांवों के नाम में बदलाव किए गए हैं, जिन्हें जल्द ही प्रशासनिक तौर पर लागू किया जाएगा। इस सूची में कुल 54 गांवों के नाम शामिल हैं, जिन्हें विभिन्न स्थानों पर भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक परंपराओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से बदला गया है।