मध्यप्रदेश में 6जी टेक्नोलॉजी पर होगी रिसर्च, 350 एकड़ में बनेगा मैन्युफैक्चरिंग जोन, सीएम मोहन यादव ने ली बैठक

ग्वालियर अब सिर्फ ऐतिहासिक नगरी नहीं, बल्कि देश का अगला टेलीकॉम हब बनने जा रहा है! यहां 350 एकड़ में अत्याधुनिक क्षेत्र होंगे, यहां सिम कार्ड्स, मोबाइल कंपोनेंट्स, वाई-फाई डिवाइसेस,ऑप्टिकल फाइबर, एंटीना और भविष्य की 6G तकनीक पर रिसर्च होगा।

author-image
Reena Sharma Vijayvargiya
New Update
The sootr

The sootr

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

MP News : ग्वालियर अब देश का अगला टेलीकॉम हब बनने की दिशा में अग्रसर है। यहां 350 एकड़ क्षेत्रफल में टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग ज़ोन (टीएमजेड) की स्थापना की जाएगी, जहां सिम कार्ड, मोबाइल कंपोनेंट्स, वाई-फाई डिवाइसेस, ऑप्टिकल फाइबर, एंटीना, टेलीकॉम चिप्स और अन्य मोबाइल एक्सेसरीज़ का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, अत्याधुनिक 6त्र तकनीक पर रिसर्च भी यहीं की जाएगी।

भोपाल स्थित मंत्रालय में एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस योजना की समीक्षा करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टेलीकॉम सेक्टर में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से तैयार है और हर उद्यमी व निवेशक का स्वागत किया जाएगा।

ये खबर भी पढ़ें : CM एक्सीलेंस अवॉर्ड: मध्य प्रदेश के 14 अधिकारियों और शिक्षकों को मिलेगा सम्मान

सशक्त होगी दूरसंचार सुविधाएं

CM ने कहा प्रदेश में दूरसंचार सुविधाओं को सशक्त बनाकर हर क्षेत्र, विशेषकर दूरस्थ और आदिवासी इलाकों तक बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी। सीएम ने ग्वालियर और जबलपुर को टेलीकॉम सेक्टर के लिए उपयुक्त केंद्र बताते हुए कहा इन क्षेत्रों में दूरसंचार उद्योग की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।

चार दिन बाद इंदौर में कॉन्क्लेव

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि 27 अप्रैल को इंदौर में आईटी कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में इच्छुक निवेशक अपने प्रस्ताव प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन (टीएमजेड) के विकास के लिए बड़े लैंड बैंक की आवश्यकता होगी।

ये खबर भी पढ़ें : BPL वर्ग के लोगों को CM आर्थिक कल्याण योजना के तहत सरकार से मिलती है फाइनेंशियल हेल्प

निवेशकों ने कहा - जल्द लेंगे निर्णय

मुख्यमंत्री ने निवेशकों को सुझाव दिया कि यदि कम जमीन में अधिक निर्माण इकाइयां स्थापित की जाएं, तो इससे लागत कम होगी और प्रबंधन भी सरल रहेगा। उन्होंने निवेशकों से इस दिशा में आगे बढऩे की बात कही। निवेशकों ने आश्वासन दिया कि वे विचार-विमर्श कर शीघ्र निर्णय लेंगे और सरकार को सूचित करेंगे।

ग्वालियर में मैन्युफैक्चरिंग ज़ोन

ग्वालियर जिले में लगभग 350 एकड़ भूमि पर टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग ज़ोन स्थापित किए जाने की योजना बनाई गई है। बैठक में अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस ज़ोन में टेलीकॉम क्षेत्र से संबंधित विभिन्न उत्पादों जैसे सिस्टम्स, कंपोनेंट्स, वाई-फाई उपकरण, ऑप्टिकल फाइबर, मोबाइल डिवाइसेस, सिम कार्ड, एंटीना, टेलीकॉम चिप्स और मोबाइल एसेसरीज़ का निर्माण किया जाएगा।

ये खबर भी पढ़ें : हादसे से बचा CM योगी का हेलीकॉप्टर, तेज हवा के कारण करनी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग

6जी तकनीक के लिए रिसर्च-डेवलपमेंट को बढ़ावा

इस प्रस्तावित ज़ोन में अगली पीढ़ी की 6जी तकनीक के विकास के लिए शोध और विकासपर विशेष ज़ोर दिया जाएगा। डिक्सन, वॉयकॉन, आईबीएम, निक्सन और एरिक्सन जैसी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के प्रदेश में निवेश करने की संभावना है। इससे न केवल टेलीकॉम इंडस्ट्री का व्यापक विकास होगा, बल्कि सेवाओं की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।

बैठक में ये अधिकारी थे मौजूद

ठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह, एमपीआईडीसी के प्रबंध निदेशक चंद्रमौली शुक्ला तथा केन्द्रीय दूरसंचार विभाग के डीडीजी अनिल भारद्वाज और निदेशक गणेश चंद्रा उपस्थित थे।

ये खबर भी पढ़ें : 🔴 CM मोहन यादव क्षिप्रा के रामघाट पर कर रहे श्रमदान

वरिष्ठ अधिकारी और उद्योग प्रतिनिधि हुए शामिल 

टेलीकॉम सेक्टर में निवेश को लेकर बैठक में वरिष्ठ अधिकारी और उद्योग प्रतिनिधि हुए शामिल जनसंपर्क विभाग के आयुक्त डॉ. सुदाम खांडे की उपस्थिति में टेलीकॉम सेक्टर में निवेश को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में डिक्सन कंपनी के अध्यक्ष अतुल बी. लाल, टीईएमए के चेयरमेन प्रो. एनके गोयल, तेजस नेटवर्कस के सीईओ एवं एमडीआनंद अथरेया, वीवीडीएन कंपनी से जितेंद्र सिंह और राजीव जैन,NICDC के विनय मिश्रा, आईसीईए के डॉ. आशीष शुखिया, इरिक्सन के अश्विनी पत्कुर तथा एमपीआईडीसी ग्वालियर रीजन के ईडी  प्रतुल सिन्हा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

देंगे 271 हेक्टेयर भूमि

मुख्य सचिव अनुराग जैन ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार साडा ग्वालियर की 271 हेक्टेयर भूमि को औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग को हस्तांतरित किया जाएगा।

ग्वालियर आईटी पार्क में लगभग 70 एकड़ और साडा क्षेत्र में लगभग 300 एकड़ भूमि की मांग विभिन्न निवेशकों द्वारा की गई है, जिससे क्षेत्र में औद्योगिक विकास और निवेश को गति मिलेगी।

ये खबर भी पढ़ें : Gwalior में चोर ने लोगों से की अजीब अपील, पुलिस कर रही मामले की जांच

ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेसवे का निर्माण

एक बैठक में अधिकारियों ने निवेशकों को जानकारी दी कि ग्वालियर में साडा क्षेत्र के निकट से ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेसवे के निर्माण की संभावना है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से ग्वालियर से आगरा की दूरी घट जाएगी और यह यात्रा लगभग 50 मिनट में पूरी की जा सकेगी। इससे लॉजिस्टिक्स की लागत में काफी कमी आएगी, जिससे उद्योगों को सीधा फायदा होगा।

इसके अलावा, साडा क्षेत्र से होकर ग्वालियर वेस्टर्न बायपास का कार्य भी जल्द शुरू होने जा रहा है, जो आगरा-मुंबई (एबी रोड) से सीधे तौर पर जोड़ेगा। साथ ही, दिल्ली-नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का एक भाग भी इस क्षेत्र से होकर गुजर रहा है। यह समूचा विकास औद्योगिक इकाइयों के लिए लाभकारी साबित होगा और निवेश के नए अवसर उत्पन्न करेगा।

Gwalior ग्वालियर CM मुख्यमंत्री टेलीकॉम टेलीकॉम सेक्टर आईटी पार्क