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MP News: मध्य प्रदेश सरकार की ओर से 14 अफसरों, शिक्षकों और कर्मचारियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इन पुरस्कारों के विजेताओं को एक-एक लाख रुपए की राशि और प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार मध्य प्रदेश के उन अधिकारियों और शिक्षकों को दिया जाता है जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार का परिचय दिया है।
ऋषभ गुप्ता (देवास कलेक्टर)
देवास के कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने जिले के 1650 प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में जन सहयोग से स्मार्ट टीवी स्थापित किए। उन्होंने स्मार्ट क्लास के लिए एक पाठ्यक्रम तैयार किया और बारिश के दौरान कक्षाओं को प्रभावित होने से बचाने के लिए तिरपाल बिछाई। इसके अलावा, चोरी से बचाव के लिए ग्राम पंचायत से ताले भी लगाए गए।
प्रवीण सिंह अढ़ायच (सीहोर कलेक्टर)
सीहोर के कलेक्टर के रूप में प्रवीण सिंह ने जिले के 1552 स्कूलों में बिना सरकारी सहायता के स्मार्ट टीवी लगाए। यह परियोजना लगभग 5.5 करोड़ रुपए की लागत से पूरी हुई। इसके साथ ही, सीहोर में मुख्यमंत्री अध्ययन केंद्र की स्थापना कर 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए विशेष कक्षाएं शुरू की गईं।
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गणेश शंकर मिश्रा (विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक)
गणेश शंकर मिश्रा ने विद्युत वितरण कंपनी के लिए ऑनलाइन सिस्टम लागू किया, जिससे काम की निगरानी और कार्य सौंपने की प्रक्रिया को बेहतर बनाया गया। उन्होंने इस व्यवस्था को रीयल टाइम में सक्रिय किया, जिससे कार्यों को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।
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शीला दाहिमा (आईएएस, माध्यमिक शिक्षा मंडल)
आईएएस शीला दाहिमा ने बोर्ड परीक्षाओं के लिए प्रेरणादायक वीडियो बनाए, जिन्हें यू-ट्यूब और माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट पर अपलोड किया गया। इस पहल से छात्रों को परीक्षा की तैयारी में सहारा मिला और वे कहीं से भी अध्ययन सामग्री प्राप्त कर सकते थे।
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अदिति गर्ग (आईएएस, आयुष्मान भारत निरामयम)
अदिति गर्ग ने आयुष्मान कार्ड बनाने में एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। वह इस योजना के तहत सबसे अधिक कार्ड बनाने वाली अधिकारी बनीं और प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में नवाचार के लिए पुरस्कार प्राप्त कर रही हैं।
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माधव प्रसाद पटेल (शिक्षक, दमोह)
माधव प्रसाद पटेल ने विज्ञान की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक विज्ञान दीवार बनाई, जहां छात्र अपनी जिज्ञासाओं को लिख सकते थे। इसके अलावा, उन्होंने छात्रों को अखबारों में संज्ञा, सर्वनाम और विरोधी शब्द खोजने के लिए प्रेरित किया।
अन्य पुरस्कार विजेता
- इंदिरा दांगी (सहायक प्राध्यापक): हिंदी शिक्षण पद्धति से छात्रों में रुचि बढ़ाने के लिए।
- शारदा डुडवे (माध्यमिक शिक्षक): आत्मनिर्भरता की दिशा में छात्र-छात्राओं के योगदान के लिए।
- संजय जोशी (प्रबंधक): अधिभार संरक्षण उपकरण का डिजाइन एवं विकास।
- अमित तोमर (प्रबंध संचालक): सेंट्रल इनवॉइसिंग और बिलिंग सॉल्यूशन का विकास।
- आलोक पौराणिक (प्राथमिक शिक्षक): डिजिटल स्मार्ट क्लास के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने का प्रयास।
- डॉ. यशपाल सिंह (प्राचार्य): शिक्षा के माध्यम से सर्वांगीण विकास।
- दिव्यांक सिंह (सीईओ): ग्रीन बॉन्ड के पब्लिक इश्यू में उत्कृष्टता।