MP News: भोपाल में 'कचरा कैफे' स्वच्छता को जनआंदोलन में बदलने की दिशा में कदम है। भोपाल नगर निगम ने इस पहल को शुरू किया है। इस पहल के तहत दस नंबर मार्केट, बिठ्ठल मार्केट और वोट क्लब में स्वच्छता समाधान केंद्र खोले गए हैं। यहां घरेलू कचरा, प्लास्टिक, इलेक्ट्रॉनिक और अन्य कबाड़ अधिक दर पर खरीदी जाएगी। यह पहल स्वच्छता बढ़ाएगी और जरूरतमंदों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराएगी। लोग कचरे से अर्जित पैसे से कैफे में सामान खरीद सकेंगे। यह अभियान महिला सशक्तिकरण, रोजगार सृजन और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा।
कचरा कैफे की शुरुआत
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक नई पहल शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य स्वच्छता को सामाजिक आंदोलन बनाना है। यह पहल नगर निगम भोपाल के सहयोग से शुरू की गई है। 'कचरा कैफे' सफाई को बढ़ावा देगा और सामाजिक चेतना को जागरूक करेगा। यह महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक कदम है।
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देश का पहला स्वच्छता समाधान केंद्र
यह देश का पहला स्वच्छता समाधान केंद्र होगा, जो कचरे को मूल्यवान संसाधन में बदलेगा। इस महीने से यह कैफे शहर के तीन स्थानों-दस नंबर मार्केट, बिठ्ठल मार्केट और वोट क्लब-पर शुरू होगा। यहां घरेलू कचरा, इलेक्ट्रॉनिक कचरा, पुरानी बैटरियां, एकल उपयोग प्लास्टिक और बिकाऊ कबाड़ खरीदी जाएगी।
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बेहतर मूल्य पर मिलेगा कचरे का दाम
इस पहल की खास बात यह है कि कचरे की कीमत बाजार दर से पांच रुपए अधिक दी जाएगी। इसका उद्देश्य लोगों को कचरा संग्रहण के लिए प्रोत्साहित करना और कचरे का सही प्रबंधन करना है। इस योजना से आमजन को स्वच्छता का महत्व समझाने के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी मिलेगा।
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जरूरतमंदों को मिलेगा मुफ्त भोजन
कैफे में आने वाले जरूरतमंद लोग कचरा लेकर आएंगे तो उन्हें मुफ्त भोजन मिलेगा। भोजन में छोले-चावल जैसे विकल्प दिए जाएंगे। यह पहल उन लोगों के लिए राहत होगी, जो भोजन की चिंता करते हैं। जिनके पास अधिक कचरा होगा, वे उससे अर्जित राशि से कैफे में सामान खरीद सकेंगे।
यह पहल केवल सफाई से संबंधित नहीं है, बल्कि महिलाओं को रोजगार देने और सशक्त बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। यहां काम करने वाली महिलाएं कचरे का प्रबंधन और कैफे की व्यवस्थाएं संभालेंगी। इससे उन्हें आय का स्थायी स्रोत मिलेगा।