मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा आयोजित आदिवासी जन जागृति सम्मेलन ने समाज में धर्मांतरण और सांस्कृतिक जागरूकता को लेकर महत्वपूर्ण चर्चाएं शुरू की हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य आदिवासी समाज को जागरूक करना और उन्हें सनातन धर्म से जोड़ना था। बागेश्वर महाराज ने कहा कि आदिवासी समाज न केवल अत्यंत सरल और भोला है, बल्कि इसे धर्मांतरण के जरिए गुमराह किया जा रहा है। इस सम्मेलन में देशभर से आए आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया।
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जन जागृति सम्मेलन का उद्देश्य
बागेश्वर धाम में आयोजित इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समाज को धर्म परिवर्तन के खिलाफ जागरूक करना था। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आदिवासी समाज को सनातन धर्म की आर्मी में बदलने का आह्वान किया। बागेश्वर महाराज ने आदिवासी समाज को बताया कि उनका योगदान न केवल वन्य जीवन की रक्षा में महत्वपूर्ण है, बल्कि हिंदू धर्म की जड़ों को भी मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि हमें आदिवासी समाज पर गर्व है क्योंकि उनका जीवन प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है।
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धर्म परिवर्तन और भूमि की सुरक्षा
सम्मेलन में यह भी बताया गया कि धर्म परिवर्तन के साथ आदिवासी समाज की भूमि पर कब्जा करने की साजिशें चल रही हैं। वक्ताओं ने समाज से आग्रह किया कि वे धर्म परिवर्तन के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों और अपनी जमीनों की रक्षा करें। कार्यक्रम में शिक्षा और सामाजिक सुधार के पहलुओं पर भी चर्चा हुई। तेलंगाना से आई शिक्षिका निर्मला ने बताया कि उन्होंने अपने समाज को शिक्षित करने का संकल्प लिया है और समाज के उत्थान में योगदान दे रही हैं।
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