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Photograph: (The Sootr)
INDORE.मप्र प्राक्कलन समिति के अध्यक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्नोई सोमवार को इंदौर में थे। समिति की बैठक के बाद वह स्टेट प्रेस क्लब के रूबरू कार्यक्रम में शामिल हुए और मीडिया से चर्चा की। इस दौरान 75 साल की सीमा, मंत्री नहीं बनने के कारण के साथ आने वाले दिनों में निगम मंडल नियुक्ति पर अपनी राय रखी।
75 साल की उम्र सीमा पर बोले विश्नोई
राजनीति से 75 साल में विदाई पर वह बोले कि- 75 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्ति ना तो संघ की लाइन है और ना बीजेपी की। यह सिर्फ प्रेस की लाइन है। चुनाव के समय सिर्फ सत्ता में आना और जीत मायने रखती है, उम्मीदवारों की उम्र नहीं।
निगम-मंडल में विधायक नहीं आएं
मप्र में चल रही निगम, मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों की दौड़ के बीच में बीजेपी विधायक विश्वनोई ने कहा कि मध्यप्रदेश में निगम मंडल के पदाधिकारियों की नियुक्ति जल्दी होना चाहिए और उन पर विधायकों की नियुक्ति नहीं होना चाहिए।
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सिंधिया के करीबी मंत्री बने, आप नहीं बने
अपने सहित बीजेपी के अनेक वरिष्ठ विधायकों के मंत्री न बन पाने और सिंधिया गुट में अपेक्षाकृत जूनियर विधायकों के मंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके जैसे विधायकों के पास योग्यता तो थी लेकिन योग नहीं था।
प्रदेश में बीजेपी की लगातार सफलता के कारण प्रदर्शन का दबाव न होने पर विश्नोई ने कहा कि परफॉर्मेंस प्रेशर हमेशा रहना चाहिए। सत्ता या संगठन में गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि सब कुछ बढ़िया चल रहा है। राहुल गांधी के उपराष्ट्रपति चुनाव के बीच विदेश जाने को लेकर भी उन्होंने चुटकी ली कि बीच युद्ध में सेनापति भाग जाता है।
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एमवाय में चूहे काटने और नवजात मौत पर यह कहा
इंदौर एम. वाय. में चूहों द्वारा काटे जाने से शिशुओं की मौत हद दर्जे की लापरवाही हैष विश्नोई ने कहा कि इस घटना की निंदा के लिए शब्द छोटे हैं। इस लापरवाही के ज़िम्मेदारों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रदेश के शहरों विशेषकर इंदौर, जबलपुर आदि में ज़रा सी बारिश के बाद सड़कों पर तालाब बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा जल भराव सिर्फ प्रदेश के शहरों में नहीं बल्कि देश भर के शहरों में हो रहा है। भारत एक विकासशील देश है तथा बजट टुकड़ों में मिलता है, जिससे संपूर्ण योजना एक साथ बनाना संभव नहीं होता। कार्यक्रम के दौरान स्टेट प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल व अन्य उपस्थित थे।
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मेट्रो पर बोले कहां से अंडरग्राउंड लें सुझाव मिले हैं
इसके पहले विश्नोई ने मीडिया से चर्चा में कहा कि इस बात के लिए सुझाव मिले हैं कि इंदौर में मेट्रो कहां से अंडरग्राउंड होना चाहिए। वहीं समिति सदस्य व बदनावर से कांग्रेस विधायक भंवरसिंह शेखावत ने कहा कि मेट्रो जल्द तय होना चाहिए कहां से इसे अंडरग्राउंड लिया जाए। जहां से कम से कम व्यापारी प्रभावित हो और चौड़ाई अधिक हो।
अभी तक मेट्रो का फैसला नहीं हो पाया है, अंडरग्राउंड ले जाने से लागत बढ़ेगी और व्यापारी भी तैयार नहीं है, इससे भारी नुकसान होगा। शेखावत ने बीआरटीएस बनाने और फिर तोड़े जाने के खर्च पर आपत्ति ली तो वहीं सुपर कॉरिडोर पर पानी भरने को लेकर भी आपत्ति ली।
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स्मार्ट सिटी में पैसा खर्चा लेकिन काम दिख नहीं रहा
शेखावत ने कहा कि स्मार्ट सिटी को लेकर सबसे ज्यादा आपत्ति है, इसमें खूब पैसा खर्च हुआ है लेकिन काम कहां हुआ, यह दिख ही नहीं रहा है। ठीक है इंदौर में राजबाड़ा में काम हुआ लेकिन राजबाड़ा ही तो पूरा इंदौर नहीं है। स्मार्ट सिटी में सबसे बेकार काम हुआ है। बार-बार राजबाड़ा, गोपाल मंदिर में काम बताते हैं और जनता का पैसा खर्चा किया गया।