/sootr/media/media_files/2025/06/29/akhilesh-menban-2025-06-29-14-41-58.jpg)
जबलपुर में जबरन धर्म परिवर्तन और प्रताड़ना का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आर्मी की रिटायर्ड कैप्टन आकांक्षा अरोरा ने अपने ससुर अखिलेश मेंबन, सास नीतू मेंबन और पति तनय मेंबन पर गंभीर आरोप लगाते हुए महिला थाना मदन महल में FIR दर्ज करवाई है। आकांक्षा ने साफ तौर पर कहा है कि उनसे शादी के नाम पर धर्म परिवर्तन कराया गया और बाद में लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
शादी करनी है तो बदलो धर्म
रिटायर्ड कैप्टन आकांक्षा अरोरा ने बताया कि उनकी शादी 20 दिसंबर 2017 को तनय मेंबन से हुई थी। लेकिन शादी से पहले उनके ससुराल वालों ने साफ शब्दों में कह दिया था कि अगर तनय से शादी करनी है तो ईसाई धर्म अपनाना होगा। इस दबाव में आकर आकांक्षा ने 10 दिसंबर 2017 को बड़ी ओमती स्थित हिंदी मेथोडिस्ट चर्च में अपना धर्म परिवर्तन किया। लेकिन यहीं से उनके जीवन की परेशानियां शुरू हो गई।
ये खबर भी पढ़िए...दुर्ग में धर्म परिवर्तन के लिए युवती पर अत्याचार
धर्म बदलवाने के बाद भी प्रताड़ना
शादी के कुछ ही समय बाद आकांक्षा को यह एहसास हुआ कि यह केवल एक दिखावा था। उन्होंने बताया कि उनके ससुर अखिलेश मेंबन, सास नीतू मेंबन और पति तनय लगातार उनके धर्म को लेकर ताने मारते थे। साथ ही अपमानजनक बातें कहते थे और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। यही नहीं, उन पर इतना दबाव बनाया गया कि उन्हें अपनी नौकरी तक छोड़नी पड़ी।
घर से निकाला, दोबारा बुलाकर की मारपीट
25 दिसंबर 2020 को उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया। वह तब से अपने माता-पिता के साथ रहने लगीं। लेकिन 13 अगस्त 2023 को तनय ने फोन कर उन्हें दोबारा मिलने बुलाया। अगले ही दिन, 14 अगस्त को जब आकांक्षा अपने ससुराल गई तो वहां उनके साथ मारपीट की गई। साथ ही दोबारा उनके धर्म को लेकर अभद्र टिप्पणियां की गई। इसके बाद बीते 2 सालों तक आकांक्षा ने लगातार अपने परिवार को बचाने की कोशिश की। लेकिन उसके सास-ससुर और पति उसे प्रताड़ित ही करते रहे, इसके बाद थक हार कर उसने पुलिस की मदद ली।
लगातार विवादों में रहा है अखिलेश मेंबन
गौरतलब है कि अखिलेश मेंबन पहले भी विवादों में रह चुके हैं। जब जबलपुर कलेक्टर ने शिक्षा माफिया पर कार्रवाई की थी, तब जॉय स्कूल ट्रस्ट के नाम पर विदेशी यात्राएं, लग्जरी गाड़ियों की खरीद और भ्रष्टाचार के कई मामले उनके नाम जुड़े पाए गए थे। इसके अलावा, कुछ समय पहले उसने भगवान श्रीराम को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी। इसपर समाज में भारी आक्रोश फैला था।
तीनों आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुई FIR
महिला थाना प्रभारी भुवनेश्वरी चौहान ने FIR की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अखिलेश मेंबन, नीतू मेंबन और तनय मेंबन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 351(2) तथा मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3 और 5 के तहत केस दर्ज किया गया है। पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।
जबलपुर में संगठित धर्मातरण गिरोह की आशंका
इस पूरे मामले ने जबलपुर में धर्मातरण की घटनाओं को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। जब पूर्व में शिक्षा माफिया से लेकर धार्मिक भावनाओं पर चोट करने के मामलों में नाम आ चुका हो। अब परिवार की बहू खुद सामने आकर धर्मातरण और प्रताड़ना का आरोप लगाए, तो यह केवल एक पारिवारिक विवाद नहीं बल्कि बीते दिनों सामने आए मामलों को देखते हुए शहर में एक बड़े धर्मातरण गिरोह के सक्रिय होने की ओर भी इशारा करता है।
धर्म परिवर्तन का एक और मामला आया सामने
एक और जहां पुलिस अखिलेश मेंबन और उसके परिवार का मुलहजा करने विक्टोरिया अस्पताल पहुंची थी वही अधारताल थाना क्षेत्र से एक और धर्मातरण का मामला सामने आया। महाराजपुर पटेल नगर में बड़ी संख्या में महिलाओं को ईसाई धर्म की सीख देने के साथ धर्मातरण की सूचना विश्व हिंदू परिषद को लगी। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने जोरदार हंगामा किया। अधारताल थाना प्रभारी प्रवीण कुंभरे ने भी इस मामले में FIR दर्ज कर विवेचना शुरू की है।
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃
🤝💬👩👦👨👩👧👧
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
Conversion | Harassment | FIR registered | Madhya Pradesh | MP News | MP