अल्लाह को हाजिर नाजिर मानकर पीड़ित दे रहे ताहिर अली की लूट का सबूत

सांसद प्रतिनिधि ताहिर अली के मामले में कई पीड़ित सामने आए हैं। इनमें से एक फकीर भी है। वहीं, कुछ को लूट से इतना सदमा लगा कि ब्रेन हेमरेज हो गया। यह मामला तेजी से विवादित होता जा रहा है।

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Neel Tiwari
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Photograph: (the sootr)

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JABALPUR. राजीव गांधी आवास योजना में गरीबों के लिए बनाए गए घरों पर अवैध कब्जा और ठगी के मामले में ताहिर अली की लूट का जो खुलासा द सूत्र ने पिछली खबर में किया था। उसमें आपको बताया था कि कैसे ताहिर अली ने जबलपुर के मोतीलाल नेहरू वार्ड स्थित लेमा गार्डन क्षेत्र में दर्जनों गरीब परिवारों से बिना किसी वैध दस्तावेज के 40 से 80 हजार रुपये लेकर उन्हें सरकारी योजना के तहत बने मकान थमा दिए।

सालों तक उन्हें “दस्तावेज एक साथ मिलेंगे” का झांसा देकर ठगा। बाद में जब हाईकोर्ट के आदेश पर इन घरों को खाली कराया गया, तब पीड़ितों को असलियत का पता चला कि उनके साथ सुनियोजित फर्जीवाड़ा किया गया है। हमने यह भी बताया था कि पीड़ितों ने एसपी कार्यालय जाकर ताहिर अली के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की है और कांग्रेस के ही पार्षद हीरा शफीक ने दावा किया है कि इस घोटाले की चपेट में 200 से ज्यादा लोग हो सकते हैं।

अब तक इस मामले में 50 से अधिक शिकायतकर्ता सामने आ चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी ना तो ताहिर अली पर कोई पुलिसिया कार्यवाही हुई है ना ही उन्हें अब तक सांसद प्रतिनिधि के पद से हटाया गया है।

दरगाह पर भीख मांगने वाले फकीर को लूटा

पूर्व पार्षद ताहिर अली के ही वार्ड में मिर्जा रशीद बेग अपनी बीवी नाज बेग के साथ रहते हैं। मिर्जा बेग पढ़े-लिखे नहीं हैं और वह आसपास की दरगाहों और मस्जिदों में भीख मांगते हैं। इन दोनों मियां-बीवी ने आसपास से लकड़ियां और पन्नियां जोड़कर वहां एक झोपड़ी बनाई हुई है और उसी में रहते हैं।

जब उन्हें जानकारी मिली कि तत्कालीन पार्षद ताहिर अली राजीव गांधी आवास योजना के अंतर्गत लोगों को मकान दिला रहे हैं तो इन्होंने भी ताहिर अली से संपर्क किया। यह जानते हुए भी की मिर्जा बेग फकीर है, ताहिर अली ने उन्हें मकान का सपना दिखाया और 60 हजार रुपए लेकर उन्हें अवैध कब्जा दिला दिया। 

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भीख मांग कर जीवन यापन करने वाले मिर्जा बेग और उनके परिवार के लिए यह जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी थी कि उनके सर पर भी उनकी अपनी छत होगी, लेकिन जब उन्हें आप पता चला कि उनके साथ इतना बड़ा धोखा हुआ है तो उनके पैरों तले से जमीन भी खिसक गई।

अब मिर्जा बेग काफी बीमार रहते हैं और उनकी पत्नी दरगाहों में भीख मांग कर घर चला रही है। द सूत्र से बात करते हुए नाज का गला भर आया। आंखों में आंसुओं को रोकते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह घर का सपना दिखाकर उनके साथ लूट की गई और वह रकम अब तक उन्हें वापस नहीं मिल पाई। 

घर छिनने के सदमे से हुआ ब्रेन हेमरेज 

लेमा गार्डन में ही रहने वाली शबीना बी के बेटे ने द सूत्र की खबर को देखकर संपर्क किया। जब हमारी टीम उनके घर पर पहुंची तो शबीना बेहद कमजोर नजर आ रही थीं। घर की हालत यह थी कि पलंग में गद्दा तक नहीं था।

जब उनकी हालत के बारे में हमने उनके बेटे शेख आसिफ से बात की तो उन्होंने बताया कि उनकी मां अपने जीवन भर की पूंजी से खरीदे गए घर को छीने जाने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया, तब से ही उनकी हालत लगातार कमजोर हो रही है।

उनके इलाज के चलते घर के माली हालत भी बिगड़ गए है। शबीना इतनी कमजोर थीं कि कुछ भी बोलने में समर्थ नहीं थीं, लेकिन उसके बाद भी उन्होंने ताहिर अली का नाम लेते हुए यह बताया कि उसने 80 हजार रुपए लिए थे।

मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए शबीना के बेटे ने हमें बताया कि लगभग 3 साल पहले अपनी छत और पक्के मकान का सपना दिखाकर ताहिर अली ने उनसे 80 हजार रूपए की रकम ली थी। उसके बाद घर पर उन्हें अवैध कब्जा दिला दिया था।

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शबीना का बेटा ड्राइवरी करता है और उन दिनों वह गाड़ी लेकर गोवा गया हुआ था। तभी उसे पता चला कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद उसका सपनों का मकान अवैध घोषित हो गया है और उसे खाली कराया जा रहा है।

वह जब तक घर पहुंचा, तब तक मां की हालत बिगड़ चुकी थी। उसके बाद से ही वह लगातार अपने मां के इलाज में जुटा हुआ है। आगे उन्होंने बताया कि इस अवैध कब्जे को वैध करने के लिए उन्होंने दोबारा आवेदन किया और उसके बाद अब वह उसी घर की किश्त भर रहे हैं।

उन्होंने आगे बताया कि रुपयों की कमी के चलते मां का इलाज भी मुश्किल से हो पा रहा है। यहां पर भी हमें एक बेबस मां और बेटा नजर आए जो केवल ताहिर अली से उनकी मेहनत की जमा पूंजी वापस करने के लिए गुहार लगाने के अलाव कुछ नहीं कर सकते।

अल्लाह को नाजिर-हाजिर रख लोग दे रहे दुहाई, मौन बैठे जिम्मेदार 

सांसद प्रतिनिधि ताहिर अली की लूट का शिकार हुए लोग सोशल मीडिया में अल्लाह को नाजिर हाजिर रखकर यह बयान जारी कर रहे हैं कि उनसे ताहिर अली ने कितनी रकम ली है। द सूत्र में इस खबर के प्रकाशित होने के बाद और भी लोगों के अंदर साहस आया और वह ताहिर अली की शिकायत करने एसपी कार्यालय पहुंचे।

हैरत की बात यह है कि इतनी सारी शिकायतें सामने आने के बाद भी प्रशासन मौन बैठा हुआ है। वहीं ताहिर अली अब तक मप्र सांसद प्रतिनिधि के पद पर आसीन है और इस बारे में ना तो ताहिर अली और ना ही सांसद विवेक तन्खा का कोई बयान सामने आ रहा है।

पीड़ितों का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के चलते इस मामले में जांच और कार्यवाही नहीं की जा रही है। अब यह देखने वाली बात होगी कि आखिरकार प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही करता है या नहीं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी यदि इस मामले में ज्यादा समय तक मौन रहती है तो इसका सीधा प्रभाव उसके वोट बैंक पर भी पड़ेगा। mp news hindi 

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