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Photograph: (the sootr)
BHOPAL.मध्यप्रदेश में एक बार फिर व्यापमं घोटाला चर्चा में है। इस बार इसकी वजह सीबीआई की कार्रवाई है। केंद्रीय गृहमंत्री ने देशभर में भगोड़े अपराधियों की धरपकड़ के आदेश दिए थे।
इन निर्देशों के बाद सीबीआई ने एमपी में व्यापमं घोटाले के भगोड़ों की तलाश शुरू कर दी है। सीबीआई ने अलग-अलग जगहों से घोटाले के छह आरोपियों को पकड़ लिया है, लेकिन अभी भी 15 आरोपी फरार हैं।
पकड़े गए आरोपियों में एक दवा कंपनी का मैनेजर है, एक आरोपी कांग्रेस नेता का गनमैन था। साथ ही एक छात्र को भी दबोचा गया है।
सीबीआई का अभियान तेज
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीबीआई अधिकारियों से बैठक में भगोड़ों को पकड़ने के आदेश दिए थे। अमित शाह के निर्देशों के बाद, एमपी में सीबीआई ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। सीबीआई ने व्यापमं केस के भगोड़ों की धरपकड़ शुरू की। सीबीआई ने 6 भगोड़ों को धर दबोचा है।
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एमपी व्यापमंं घोटाले में सीबीआई एक्शन को ऐसे समझें
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इन आरोपियों को पकड़ा सीबीआई ने
शैलेंद्र कुमार त्यागी
शैलेंद्र 2015 से फरार था और उत्तराखंड के हरिद्वार में एक दवा कंपनी में क्वालिटी मैनेजर के रूप में काम कर रहा था। सीबीआई ने सितंबर 2025 में उसे पकड़ा गया।अवधेश सिंह भदौरिया
अवधेश फॉर्म में गलत जानकारी भरने के बाद फरार हो गया था। बाद में सीबीआई ने कन्नौज से उसे हिरासत में लिया।डॉ. मोहम्मद जावेद
डॉ. जावेद एक डमी कैंडिडेट था और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पीजी कर रहा था। सीबीआई ने 3 नवंबर 2025 को उसे पकड़ा।रिंकू जयकरण
रिंकू पहले सीआरपीएफ में था और बाद में बेंगलुरू में एक कांग्रेस नेता का गनमैन बन गया था। सीबीआई ने 10 नवंबर को उसे पकड़ा।लक्ष्मीकांत गुर्जर और कप्तान सिंह
ये दोनों आरक्षक भर्ती के आरोपी थे। दोनों ने डर के मारे सीबीआई के सामने सरेंडर कर दिया।
व्यापमंं घोटाला क्या है?
व्यापमंं (अब कर्मचारी चयन मंडल) घोटाला एक बड़ा भर्ती घोटाला था। इस घोटाले में पीएमटी, शिक्षक, वनरक्षक और आरक्षक जैसी सरकारी भर्तियों में गड़बड़ी की गई थी। इस घोटाले में कई युवाओं को फर्जी तरीके से भर्ती करवाने के लिए बड़ी रकम ली गई थी। सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की थी और अब तक कई बड़े नाम सामने आए हैं।
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सीबीआई की कार्रवाई और आगे की योजना
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, व्यापमंं घोटाले में अब भी 15 आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। इनमें कई आरोपी ऐसे हैं जो दूसरे लोगों की जगह परीक्षा में बैठे थे। सीबीआई इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर निपटा रही है। पूरे देश में अपनी टीमों को सक्रिय किया है।
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