कांग्रेस विधायक ने पीए को रिश्वत लेते पकड़ा, कलेक्टर से की शिकायत

पीए मनोज नामदेव ने स्वास्थ्य विभाग की महिला अधिकारी का ट्रांसफर करवाने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की थी। पीड़िता के भाई ने पहले 30 हजार रुपए दे दिए थे...

author-image
Sandeep Kumar
New Update
ashoknagar-congress-mla-catches-pa
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

 MP News: अशोकनगर के कांग्रेस विधायक हरिबाबू राय ने अपने निजी पीए को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। विधायक के पीए मनोज नामदेव ने स्वास्थ्य विभाग की महिला सीएचओ का ट्रांसफर करवाने के लिए 50 हजार रुपए मांगे थे। महिला अधिकारी के भाई ने पहले ही 30 हजार रुपए दिए थे। गुरुवार को बाकी 20 हजार रुपए देने पहुंचे तो विधायक को सूचना मिली। विधायक ने युवक को बुलाकर पूछताछ की। युवक ने साफ तौर पर पीए मनोज नामदेव का नाम लिया।

रिश्वत लेते विधायक ने खुद पकड़ा

अशोकनगर में कांग्रेस विधायक हरिबाबू राय ने एक ऐसा कदम उठाया है, जो आमतौर पर राजनेताओं से अपेक्षित नहीं होता। उन्होंने अपने ही पीए को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। यह मामला तब सामने आया जब उन्हें फोन पर जानकारी मिली कि उनका पीए एक महिला सीएचओ के ट्रांसफर के बदले रिश्वत ले रहा है। विधायक ने तुरंत हस्तक्षेप कर पूरे घटनाक्रम को उजागर किया।

ये खबर भी पढ़िए... रीवा को मिली पुणे के लिए नई ट्रेन की सौगात, जबलपुर मंडल से गुजरेगी

ट्रांसफर के बदले मांगे थे 50 हजार रुपए

जानकारी के अनुसार, पीए मनोज नामदेव ने स्वास्थ्य विभाग की महिला अधिकारी का ट्रांसफर करवाने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की थी। पीड़िता के भाई ने पहले 30 हजार रुपए दे दिए थे और शेष 20 हजार रुपए गुरुवार को देने आया। तभी विधायक को इसकी खबर मिली और उन्होंने युवक को बुलाकर पूरा सच सामने लाया।

ये खबर भी पढ़िए... देवरानी-जेठानी के अफेयर से परिवार हुआ बर्बाद, एक भाई ने छोड़ा शहर, दूसरा मांग रहा तलाक

पीए ने कबूला रिश्वत लेना

विधायक ने युवक से पूछताछ के बाद अपने पीए मनोज नामदेव को भी बुलवाया। पहले तो पीए ने पैसे लेने से इनकार किया, लेकिन जब युवक ने पूरी जानकारी दी और साक्ष्य सामने रखे गए, तो मनोज ने स्वीकार कर लिया कि उसने पैसे लिए थे। यह स्वीकारोक्ति विधायक की सख्त कार्यप्रणाली के सामने हुई।

ये खबर भी पढ़िए... राज्य सूचना आयुक्त की चयन प्रक्रिया पर हाईकोर्ट की रोक, अनुभव बनी वजह

कलेक्टर से की शिकायत

विधायक हरिबाबू राय ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कलेक्टर को लिखित शिकायत दी और पीए पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने साफ कहा कि वे खुद को साफ-सुथरी छवि वाला जनप्रतिनिधि मानते हैं और किसी प्रकार की भ्रष्ट गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

ये खबर भी पढ़िए... इंदौर में परिवार ने पी लिया रियल कंपनी का मरे हुए चूहे वाला जूस, फ्लिपकार्ट से मंगवाया था

सिर्फ दो दिन पहले बना था पीए

विधायक ने बताया कि उन्हें अभी तक कोई स्थायी पीए नहीं मिला था और दो दिन पहले ही प्रशासन द्वारा मनोज नामदेव को अस्थायी रूप से पीए बनाया गया था। इतने कम समय में रिश्वतखोरी जैसे गंभीर कृत्य से विधायक खुद भी स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि अब वे चाहते हैं कि मनोज को तत्काल वापस भेजा जाए।

विधायक की राजनीतिक पृष्ठभूमि

हरिबाबू राय वर्ष 2023 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। वे पहले भारतीय जनता पार्टी में भी रह चुके हैं और वर्ष 2020 में उपचुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। पेशे से इंजीनियर रहे हरिबाबू राय को साफ छवि वाले नेता के तौर पर जाना जाता है। वे कई बार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मंच साझा कर चुके हैं।

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, दोस्तों, परिवारजनों के साथ 🤝 शेयर करें 
📢🔄 🤝💬👫👨‍👩‍👧‍👦

एमपी हिंदी न्यूज | मध्य प्रदेश

कांग्रेस विधायक कांग्रेस विधायक रिश्वत एमपी हिंदी न्यूज मध्य प्रदेश MP News