MP में बदलेंगे ATM, क्लोनिंग और धोखाधड़ी से मिलेगी मुक्ति, आधुनिक होंगी मशीनें

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) मध्यप्रदेश में 795 एटीएम मशीनें बदलने जा रहा है। नई मशीनों में ईएमवी चिप रीडर और एंटी स्किमिंग तकनीक से सुरक्षा बढ़ाई जाएगी, साथ ही प्रोसेसिंग स्पीड में भी सुधार होगा।

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Jitendra Shrivastava
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Photograph: (THESOOTR)

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भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने मध्यप्रदेश में 795 एटीएम मशीनों को बदलने का बड़ा निर्णय लिया है। यह कदम न केवल एटीएम ( ऑटोमेटेड टेलर मशीन ) सेवाओं को आधुनिक बनाएगा, बल्कि ग्राहकों की सुरक्षा और सुविधा को भी ध्यान में रखेगा। नया एटीएम नेटवर्क स्मार्ट और अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होगा, जो ग्राहकों के लिए बेहतर अनुभव सुनिश्चित करेगा। इस बदलाव से क्या बदलाव आएगा, आइए जानते हैं।

SBI एटीएम की नई तकनीकी विशेषताएं...

1. ईएमवी चिप रीडर और एंटी स्किमिंग तकनीक

नई ATM मशीनों में ईएमवी चिप रीडर (EMV Chip Reader) और एंटी स्किमिंग तकनीक (Anti-Skimming Technology) से सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। इससे कार्ड क्लोनिंग और धोखाधड़ी की घटनाओं पर रोक लगेगी, जो ग्राहकों के लिए एक बड़ी राहत होगी। वर्तमान में कई बार एटीएम स्किमिंग की घटनाएँ होती हैं, लेकिन यह नई तकनीक इस समस्या को सुलझाने में मदद करेगी।

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2. तेज प्रोसेसिंग स्पीड

नवीनतम एटीएम मशीनें तेज प्रोसेसिंग स्पीड से लैस होंगी। इसका मतलब यह है कि अब ग्राहक अधिक तेजी से पैसे निकाल सकेंगे। पिछले कुछ वर्षों में पुराने एटीएम मशीनों में स्लोडाउन और टॉप-अप प्रक्रिया में देरी की समस्याएं थीं, लेकिन नई मशीनों के साथ यह समस्याएँ दूर हो जाएंगी।

3. नोट फंसने की समस्या का समाधान

नए एटीएम में एक और महत्वपूर्ण सुधार होगा- नोट फंसने की समस्या का समाधान। पुराने एटीएम मशीनों में नोट फंसने की घटनाएं अक्सर होती थीं, लेकिन अब नई तकनीक के माध्यम से यह समस्या कम हो जाएगी और ग्राहकों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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मल्टीफंक्शन टर्मिनल मशीनें

राज्य में कई एटीएम मशीनें 10 से 15 साल पुरानी हो चुकी हैं, जिन्हें अब बदलने की आवश्यकता महसूस हो रही है। इनकी जगह नई मल्टीफंक्शन टर्मिनल मशीनें (Multi-Function Terminal Machines) लगाई जाएंगी, जो न केवल पैसे निकालने, बल्कि अन्य सुविधाएं जैसे बिल पेमेंट और बैलेंस चेकिंग जैसी सुविधाओं को भी सपोर्ट करेंगी। यह बदलाव ग्राहकों को और भी अधिक सुविधा प्रदान करेगा।

कहां कितने एटीएम बदलने जा रहे हैं?

इस योजना के तहत, मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों में एटीएम मशीनों का पुनर्नवीनीकरण किया जाएगा। हर शहर में अलग-अलग संख्या में एटीएम बदलने का लक्ष्य रखा गया है:

  • भोपाल (Bhopal): 250 एटीएम 
  • इंदौर (Indore): 220 एटीएम 
  • ग्वालियर (Gwalior): 135 एटीएम
  • जबलपुर (Jabalpur): 190 एटीएम 

इन शहरों में बदलाव की प्रक्रिया सितंबर तक पूरी होने की उम्मीद है।

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नई एटीएम मशीनों की लागत

नई मशीनों की लागत लगभग 6 से 7 लाख रुपए प्रति यूनिट होगी। यह उच्च लागत आधुनिक सुविधाओं और बेहतर सुरक्षा के कारण है। यह निवेश एक दीर्घकालिक लाभ के रूप में राज्य के नागरिकों को बेहतर बैंकिंग अनुभव प्रदान करेगा।

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क्यों हैं यह बदलाव खास?

मध्यप्रदेश में हो रहे इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को एक सुरक्षित, तेज़, और परेशानी रहित बैंकिंग अनुभव प्रदान करना है। जैसे-जैसे डिजिटल लेन-देन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे एटीएम का महत्व भी बढ़ता जा रहा है। यह बदलाव न केवल ग्राहकों के लिए, बल्कि बैंक के लिए भी एक कदम आगे बढ़ने का अवसर होगा।

 

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