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मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तैनात डिप्टी रेंजर नत्थू लाल दीक्षित ने शुक्रवार रात कैंप के पास बने कुएं में कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की। नत्थू लाल ने एसडीओ और आरओ (रेंजर) पर प्रताड़ना का आरोप लगाया।
हालांकि, उन्हें जल्दी ही रेस्क्यू कर लिया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे में उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। इसके बाद उन्हें मानपुर स्वास्थ्य केंद्र से शहडोल मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया।
वॉट्सएप पर लिखा था सुसाइड नोट
आत्महत्या करने से पहले नत्थू लाल दीक्षित ने वॉट्सएप पर एक सुसाइड नोट लिखा था। इसमें उन्होंने एसडीओ दिलीप सिंह मराठा और आरओ राहुल किरार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी शक जताया कि उनके दोस्तों राजकुमार यादव और राजकुमार मिश्रा फॉरेस्ट गार्ड से उनकी हत्या करा देना चाहते हैं। दीक्षित ने लिखा कि वह अपने दोस्तों के हाथों मरना नहीं चाहते, इसलिए आत्महत्या करने का फैसला लिया। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि उनकी हत्या की साजिश चल रही है और उन्हें मारकर कभी भी जंगल में फेंका जा सकता है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व आत्महत्या मामले वाली खबर पर एक नजर
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जांच की जा रही- फील्ड डायरेक्टर
यह जानकारी सामने आई है कि नत्थू लाल दीक्षित ने रात के समय हुए विवाद के बाद सुसाइड नोट लिखा और फिर जंगल में स्थित एक कुएं में कूद गए। इस घटना के बारे में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के प्रबंधन ने अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
फील्ड डायरेक्टर डॉ. अनुपम सहाय ने बताया कि यह घटना हुई है और इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद ही सच सामने आएगा। वहीं, इस मामले में एसडीओ दिलीप सिंह मराठा और आरओ राहुल किरार की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
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डॉक्टर ने क्या कहा
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला कोर जोन में पदस्थ वनपाल नत्थू लाल दीक्षित द्वारा कुएं में कूदकर आत्महत्या की कोशिश करने की घटना से हड़कंप मच गया है। सीएचसी मानपुर में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने बताया कि नत्थू लाल दीक्षित के वाइटल्स नियमित नहीं थे और वे ऊपर-नीचे हो रहे थे, इस कारण उन्हें तुरंत शहडोल रेफर किया गया। डॉक्टर ने यह भी बताया कि उनके शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं थे, केवल ठोड़ी पर एक निशान था, जो शायद कुएं में गिरने से हुआ हो। रात के 12 बजे पार्क प्रबंधन और विभागीय अधिकारी अस्पताल में मौजूद थे और पूरी तरह से मदद करते दिखाई दे रहे थे। हालांकि, वनपाल आत्महत्या का मामला काफी चौकाने वाला है।