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छिंदवाड़ा की बेटी और प्रसिद्ध पर्वतारोही भावना डेहरिया ने एक बार फिर इतिहास रचते हुए दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट एकांकागुआ पर तिरंगा फहराया है। उन्होंने यह उपलब्धि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की 10वीं सालगिरह के मौके पर हासिल की।
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माउंट एकांकागुआ, जिसकी ऊंचाई 6,961 मीटर है, पर चढ़ाई करते हुए उन्होंने महिलाओं और बेटियों के लिए प्रेरणा बनने का संदेश दिया। भावना ने कहा कि यदि वह ऐसा कर सकती हैं, तो देश की हर बेटी अपने सपनों को पूरा कर सकती है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल छिंदवाड़ा, बल्कि पूरे देश को गर्वित किया है।
दूसरी कोशिश में मिली सफलता
भावना की माउंट एकांकागुआ की यह दूसरी चढ़ाई थी। 2019 में वे 6,500 मीटर तक पहुंची थीं लेकिन खराब मौसम के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। इस बार, 11 जनवरी 2025 को उन्होंने होर्कोनेस वैली के रास्ते से अपनी चढ़ाई शुरू की। उनकी यात्रा एकांकागुआ नेशनल पार्क से शुरू होकर प्लाजा डी मूलस और अन्य कैंप्स के रास्ते चोटी तक पहुंची।
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा की पर्वतारोही भावना डेहरिया ने एक बार फिर अपनी साहसिक उपलब्धियों से देश का नाम रोशन किया है। भावना ने दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी, माउंट एकॉनकागुआ पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर इतिहास रच दिया। यह चोटी 6,961 मीटर (22,837 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है और इसे… pic.twitter.com/1xTB6e6wFC
— TheSootr (@TheSootr) January 26, 2025
कठिन मौसम की चुनौतियां
चढ़ाई के दौरान भावना और उनकी टीम को -27 डिग्री सेल्सियस के कड़कड़ाते ठंडे तापमान और खराब मौसम का सामना करना पड़ा। टीम को कई बार बेस कैंप और ऊंचाई वाले कैंप्स में रुकना पड़ा। इन मुश्किलों को पार करते हुए भावना ने 22 जनवरी को चोटी पर तिरंगा लहराया।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की एंबेसडर
भावना डेहरिया बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर हैं। उन्होंने अपनी सफलता के जरिए महिलाओं और बेटियों को यह संदेश दिया है कि आत्मविश्वास और मेहनत से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी यह उपलब्धि महिलाओं को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करती है।
पर्वतारोहण में भावना का सफर
भावना का पर्वतारोहण सफर माउंट एवरेस्ट से शुरू हुआ। उन्होंने माउंट एवरेस्ट, किलिमंजरो, कोसिउस्को और एलब्रुस जैसी चोटियों को भी फतेह किया है। भावना ने अपनी तीन साल की बेटी के साथ एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचने का रिकॉर्ड भी बनाया है। उनकी हर सफलता में उनका परिवार, खासकर उनकी बेटी, उनकी प्रेरणा है।
प्रदेश और देश से मिल रही बधाई
भावना की सफलता पर प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई मंत्रियों और विधायकों ने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें बधाई दी। उनकी उपलब्धि को पूरे देश ने सराहा और बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और गर्व से बेटियों को आगे बढ़ाओ...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 24, 2025
आज राष्ट्रीय बालिका दिवस पर यह साझा करते हुए गर्व हो रहा है कि भारत की बेटी, 'पर्वतारोही' भावना डेहरिया ने 22 जनवरी 2025 को दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट एकॉनकागुआ (6,961 मीटर) पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर हम सभी को… pic.twitter.com/G42cx7A900
बेटी भावना, #BetiBachaoBetiPadhao के संदेश को वैश्विक फलक पर प्रसारित करने के लिए आपका अभिनंदन!
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) January 24, 2025
आपकी इस सराहनीय उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। निरंतर आगे बढ़ते रहिए, देश का नाम रोशन करते रहिए।
- माननीय श्री @ChouhanShivraj जी https://t.co/jY2WfJf59s
छिन्दवाड़ा जिले की पर्वतारोही भावना डेहरिया जी को दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट अकोंकागुआ 6,961 मीटर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करने पर बधाई।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 25, 2025
आपने छिंदवाड़ा के साथ देशवासियों को इस उपलब्धि से गौरवान्वित किया है।आपको उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ। pic.twitter.com/BOTwYZNchA
क्या कहती हैं भावना
भावना का मानना है कि कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता। अगर ठान लिया जाए और मेहनत की जाए, तो हर मंजिल को पाया जा सकता है। उन्होंने अपनी यात्रा को सभी बेटियों और महिलाओं के लिए एक उदाहरण बताया और उन्हें अपने सपनों के लिए आगे बढ़ने का संदेश दिया।
माउंट एकांकागुआ की ऐतिहासिक चढ़ाई
माउंट एकांकागुआ, जो दक्षिण अमेरिका में स्थित है, दुनिया की सबसे कठिन चोटियों में से एक मानी जाती है। यहां का मौसम और दुर्गम रास्ते इसे पर्वतारोहियों के लिए चुनौतीपूर्ण बनाते हैं। भावना ने अपनी मेहनत और धैर्य से इस कठिनाई को पार किया और भारतीय तिरंगे को चोटी पर फहराया।
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