भिंड में लहार एसडीएम और नायब तहसीलदार के खिलाफ रिश्वत लेने का आरोप लग रहा है। बताया जा रहा है कि एक डंपर मालिक ने कलेक्टर को शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि लहार एसडीएम और नायब तहसीलदार ने बीती 25 जनवरी को गिट्टी डस्ट से भरे डंपर को पकड़ लिया था। जिसके बाद दोनों अधिकारियों ने डंपर छोड़ने के लिए बिचौलिए के जरिए 4 लाख रुपए की रिश्वत ली।
डंपर मालिक ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से शिकायत करते हुए एक वीडियो भी दिया जिसमें देखा जा रहा है कि एक व्यक्ति नायब तहसीलदार और एसडीएम के नाम पर पैसा ले रहा है
फरियादी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि, 24 जनवरी की रात लहार के महाराणा प्रताप चौराहा और दबोह बायपास पर बिना रॉयल्टी के ओवरलोड गिट्टी डस्ट से भरे 4 डंपरों को रोक लिया गया। इनमें से हमारे एक डंपर को लहार और दूसरे को दबोह गेस्ट हाउस पर खड़ा कराया गया। जिसके बाद ड्राइवरों को साढ़े चार-साढ़े चार लाख रुपए जुर्माना करने का डर दिखाया। इसके बाद ड्राइवर के माध्यम से दबोह के रहने वाले मयंक उदैनिया ने मुझसे संपर्क किया उसने प्रशासनिक अफसरों के बीच पकड़ होने का दावा किया और दोनों वाहनों को दो-दो लाख में छुड़वाने की बात कही।
दो लाख रुपए नकद, और बाकी 1 लाख 93 हजार यूपीआई से लिए
फरियादी प्रबल प्रताप ने आगे अपनी शिकायत में बताया कि 'मयंक ने वाहन छुड़वाने के एवज में एक वाहन के दो लाख नकद और दूसरे के एक लाख 93 हजार रुपए यूपीआई के माध्यम से लिए। इसके बाद दोनों डंपरों को बिना सरकारी कार्रवाई किए छोड़ दिया गया।