मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कलेक्टर की जनसुनवाई के दौरान हैरान करने वाला मामला सामने आया। एक बुजुर्ग महिला, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थी, स्ट्रेचर पर लाचार अवस्था में जनसुनवाई में कलेक्टर के पास पहुंची। वह नम आंखों और कांपती आवाज में कलेक्टर साहिबा से गुहार लगाने लगी, "मुझे मेरे बेटे और बहू से बचा लीजिए।" महिला ने बताया कि छोटा बेटा और बहू दुर्व्यवहार करते हैं। मामला सुनने के बाद एडीएम ने संबंधित थाना प्रभारी को जांच कर कार्रवाई करने और बुजुर्ग महिला को सुरक्षा देने करने के निर्देश दिए।
छोटा बेटा और बहू कर रहे प्रताड़ित
दरअसल, ग्वालियर की करौली माता महलगांव निवासी बुजुर्ग साधना द्विवेदी कैंसर से जूझ रही हैं। मंगलवार को बुजुर्ग साधना द्विवेदी स्ट्रेचर पर बड़े बेटे अमीश द्विवेदी के साथ अपनी पारिवारिक समस्या लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचीं। जिसे देखकर अधिकारी हैरत में पड़ गए। महिला ने आरोप लगाया कि उसका छोटा बेटा और बहू उसे हर रोज मानसिक और शारीरिक यातनाएं देते हैं। वह अपना दर्द व्यक्त करते हुए बताती है कि कैंसर के दर्द से ज्यादा उसे इन दोनों से परेशानी हो रही है।
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झूठे आरोपों में फंसा देता है बेटा
महिला की पीड़ा सुनने के बाद अधिकारियों ने महिला को एंबुलेंस में शिफ्ट कराया। इसके बाद महिला के बड़े बेटे ने कलेक्टर के सामने पूरी कहानी साझा की, जिसके अनुसार वह कई बार घर से बाहर निकाल दी गई थी। बुजुर्ग महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उसका छोटा बेटा उसे जानबूझकर झूठे आरोपों में फंसा देता है और घर को लेकर विवाद करता है। उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया जाता है।
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पुलिस से शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं
महिला ने बताया कि 2021 में पति के कोरोना से निधन के बाद से स्थिति और बिगड़ी। उसका छोटा बेटा घर को अपने नाम करने के लिए उसे प्रताड़ित कर रहा है। महिला ने यह भी कहा कि पुलिस स्टेशन तक मामला जा चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला।
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ADM ने पुलिस को दिए निर्देश
इस पूरी घटना को सुनकर अधिकारियों को गहरी चिंता हुई। ADM कुमार सत्यम ने तत्काल क्षेत्रीय पुलिस थाने से संपर्क किया और महिला को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के निर्देश दिए, ताकि वह आगे से परेशान न हो। यह घटना बुजुर्ग महिला के लिए एक बहुत ही कठिन दौर को दर्शाती है, जिसमें उसे न केवल अपनी गंभीर बीमारी से जूझना पड़ रहा है, बल्कि अपने परिवार के साथ भी संघर्ष करना पड़ रहा है।
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