भोपाल में भू-रिकार्ड में गड़बड़ी के कारण 30 हजार से ज्यादा भू-स्वामी परेशान हैं। भोपाल में पिछले 25-30 सालों से जिन जमीनों पर लोग घर और दुकानें बना चुके हैं, उनके पास मालिकाना दस्तावेज तो हैं, लेकिन सरकारी रिकार्ड में वह जमीन किसी और के नाम से दर्ज है। इस गड़बड़ी से 30 हजार से ज्यादा भू-स्वामी परेशान हैं। राजस्व विभाग ने अब इस परेशानी को दूर करने और सुधार के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करने की व्यवस्था की है, जिससे लोग अपनी समस्याओं का समाधान कर सकेंगे।
कोलार और हुजूर तहसील में ज्यादा मामले
दरअसल, भोपाल जिले में कोलार और हुजूर तहसीलों में भू-रिकार्ड में गड़बड़ी के मामले ज्यादा है। पिछले 25-30 सालों से जिन लोगों ने अपनी जमीन पर घर और दुकानें बनाई हैं, उनके पास सारे दस्तावेज हैं, लेकिन सरकारी रिकार्ड में वह जमीन किसी और के नाम पर दर्ज है। अब केवाइसी के दौरान इन दस्तावेजों में गड़बड़ी का पता चला है, जिससे 30 हजार से ज्यादा भू-स्वामी परेशान हो गए हैं।
राजस्व विभाग ने शुरू किया पोर्टल
अब राजस्व विभाग ने इन समस्याओं को हल करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है, जिसमें लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं और रिकार्ड सुधार की प्रक्रिया शुरू करवा सकते हैं। इस पोर्टल को आरसीएमएस पोर्टल नाम दिया गया है, जहां लोग अपनी जमीन से संबंधित मुद्दे आसानी से दर्ज कर सकते हैं और उनसे संबंधित राहत प्राप्त कर सकते हैं।
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जमीन अपने नाम करवाने के लिए लोग परेशान
कुछ मामलों में यह देखा गया है कि लोग अपने जमीन के रिकार्ड में सुधार के लिए सालों से अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। एक मामला हिनोतिया आलम का है यहां एक निजी स्कूल से जुड़ी 50 हजार वर्गफीट जमीन थी, यह जमीन दस लोगों को विक्रय भी हुई। जो 2010 तक निजी नाम से दर्ज थी। 2011 में इस जमीन को सरकारी रिकार्ड में दर्ज कर दिया गया, लेकिन यहां के लोग अब भी जमीन अपने नाम करवाने के लिए परेशान हैं। ये लोग पटवारी से लेकर अधिकारियों तक के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
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30 साल बाद लोगों को दिए जा रहे नोटिस
इसी तरह, राजहर्ष कॉलोनी के सनखेड़ी रोड क्षेत्र में भी लोग परेशान हैं, जहां 30 साल बाद उन लोगों को नोटिस दिए जा रहे हैं कि उनकी जमीन का रिकार्ड 2011 में किसी और के नाम दर्ज कर दिया गया। इनके पास अपने घरों की रजिस्ट्री और अन्य दस्तावेज होने के बावजूद ये लोग तहसीलदार कोर्ट में उपस्थित होकर जवाब दे रहे हैं।
ऑनलाइन रिकार्ड से होगा समस्याओं का समाधान
भू अभिलेख एसएलआर दुर्गा पटले ने बताया कि इस तरह के मामलों को तहसीलों में भेजकर शीघ्र निपटाया जा रहा है। इसके साथ ही पूरे भू-रिकॉर्ड को ऑनलाइन किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में इन समस्याओं का समाधान किया जा सके। लंबित मामलों को सुलझाने के लिए कार्य जारी है।
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5 मुख्य बिंदुओं से समझें पूरा मामला
✅ भोपाल जिले में भू-रिकार्ड में गड़बड़ी के कारण 30 हजार से ज्यादा भू-स्वामी परेशान हैं।
✅ भू-स्वामियों के पास मालिकाना दस्तावेज हैं, लेकिन सरकारी रिकार्ड में यह जमीन किसी और के नाम पर दर्ज है।
✅ राजस्व विभाग ने इस गड़बड़ी को सुधारने के लिए आरसीएमएस पोर्टल शुरू किया है।
✅ कई भू-स्वामी सरकारी रिकार्ड में सुधार के लिए वर्षों से अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।
✅ ऑनलाइन रिकार्ड सुधार प्रक्रिया से आने वाले समय में इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
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