MP News : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मेट्रो सेवा की शुरुआत अब जल्द होने वाली है। मेट्रो की टेस्टिंग पूरी हो चुकी है और जल्द ही यह आम जनता के लिए खुलेगी। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे भोपाल मेट्रो के वर्तमान स्थिति, टेस्टिंग प्रक्रिया, बाकी स्टेशनों की प्रगति और कब तक आप मेट्रो में सफर कर सकेंगे। साथ ही इंदौर मेट्रो की हालिया प्रगति और दोनों शहरों की तुलना भी करेंगे।
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टेस्टिंग के दो तरीके
- नॉन-स्टॉप टेस्टिंग - ट्रेन बिना रुके सुभाषनगर से रानी कमलापति तक 60-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है।
- स्टेशन-स्टॉप टेस्टिंग - ट्रेन हर स्टेशन पर रुकती है, गति 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच होती है।
- भोपाल मेट्रो का 6.22 किलोमीटर लंबा प्राथमिक कॉरिडोर सुभाषनगर से एम्स तक है, जिसमें परीक्षण तेजी से पूरा हो रहा है।
मेट्रो के बाकी स्टेशनों का विकास
भोपाल मेट्रो का पहला रूट एम्स से करोंद तक 16.05 किलोमीटर लंबा है। इस रूट के 8 स्टेशन प्राथमिक कॉरिडोर में आते हैं जिनमें सुभाषनगर, एम्स, डीआरएम ऑफिस, रानी कमलापति है। एमपी नगर, बोर्ड ऑफिस चौराहा, केंद्रीय स्कूल और अलकापुरी शामिल हैं।
बचे हुए तीन स्टेशन — एम्स, डीआरएम तिराहा और अलकापुरी — के निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में हैं। दोनों स्टील ब्रिज की लोड टेस्टिंग भी सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है।
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इंदौर मेट्रो का वर्चुअल लोकार्पण और आगे की योजना
- 31 मई 2025 से मध्यप्रदेश की पहली मेट्रो इंदौर में दौडऩा शुरू कर चुकी है।
- इंदौर मेट्रो का कुल रूट 31.46 किलोमीटर लंबा है।
- इसमें 28 स्टेशन हैं, जिनमें 7 स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे।
- इंदौर मेट्रो के पूरे रूट पर तेज़ गति और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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भोपाल मेट्रो में देरी के कारण:
भोपाल में कॉमर्शियल रन में देरी के कई कारण हैं-
- स्टेशन निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है।
- सुरक्षा और ट्रैक की निरीक्षण प्रक्रिया लंबी है।
- पहले सुभाषनगर से आरकेएमपी स्टेशनों के बीच मेट्रो चलाने का विचार था, लेकिन अब पूरे 6.22 किलोमीटर में दौडऩे का प्लान है।
- इंदौर में काम तेजी से पूरा होने के कारण वहां पहले मेट्रो सेवा शुरू कर दी गई।
सुरक्षा निरीक्षण में सीएमआरएस टीम की भूमिका
- मेट्रो चलाने से पहले सुरक्षा जांच बेहद कड़ी होती है। सीएमआरएस टीम मेट्रो के ट्रैक, नट-बोल्ट्स, स्टील ब्रिज, स्टेशन सुविधाओं और अन्य तकनीकी मापदंडों का निरीक्षण करती है।
- निरीक्षण के बाद यदि सबकुछ मानकों के अनुरूप पाया जाता है, तो टीम ‘ओके’ रिपोर्ट जारी करती है।
- इसके बाद ही कॉमर्शियल रन की तारीख निश्चित की जाती है।
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मेट्रो यात्रियों के लिए सुविधाएं
कॉमर्शियल रन शुरू होने के बाद मेट्रो स्टेशन एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं देंगे।
स्टेशन परिसर में फूड प्लाजा, शॉपिंग क्षेत्र और आरामदायक इंतजार स्थल होंगे।
मेट्रो कॉरपोरेशन एक्सपर्ट के साथ मिलकर यात्रियों के लिए बेहतर अनुभव सुनिश्चित कर रही है।
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