Indore : मप्र अनुसूचित जाति (एससी) मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक जाटव के रविवार 12 जनवरी को बोल बिगड़ गए। वह इंदौर में बीजेपी की संविधान गौरव यात्रा को लेकर आए थे लेकिन पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस को घेरने के चक्कर में खुद की अपने बोल बिगाड़ बैठे।
क्या बोल गए जाटव
जाटव ने कहा कि धारा 370 के दौरान कश्मीर में पूर्व पीएम नेहरू की ऐशगाह थी। जब मीडिया ने उनसे पूछा कि ऐशगाह से उनका क्या मतलब है तो वह बोले कि- आप एक काम करें, वहां के कुछ नेताओं की फोटो निकालें और कुछ दिल्ली के नेताओं की फोटो निकालें और दोनों को मैच करें, और अगर और अंदर जाना है तो उनका डीएनए टेस्ट करें, आपको खुद स्पष्ट हो जाएगा कि मैंने जो बोला है वह सही है। मैं उसको पूरा खुलकर नहीं बोलना चाहता हूं, आप वहां के नेताओं का खुद फोटो निकालें और दिल्ली के जो हमारे कांग्रेस के नेता है उनका डीएनए टेस्ट करें, आपको खुद पता चल जाएगा कि क्या स्थिति थी कांग्रेस की वहां पर।
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नेताओं के नाम पूछे तो चलते बने
लेकिन जब मीडिया ने उसने सवाल किया कि किन नेताओं की बात कर रहे हैं आप। तो इस पर वह बोले आपको सब याद है, छोड़िए आगे चलिए अब। लेकिन जब मीडिया ने बोला हमे याद नहीं आप तो नाम बता दीजिए तो वह मौके से चलते बने।
यह भी बोले जाटव
वहीं जीतू यादव (जाटव) कांड पर वह कुछ भी बोलने से कन्नी काट गए और यही कहा कि सीएम और पार्टी ने इस पर संज्ञान लिया है और गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। हम किसी को नहीं बचा रहे हैं।
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अंबेडकर के लिए कांग्रेस ने कुछ नहीं किया
वहीं बाबा अंबेडकर को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब के लिए कुछ भी नहीं किया है। कभी भी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने महू आकर बाबा साहब की जन्मस्थली पर माथा नहीं टेका है। कांग्रेस ने उन्हें दो बार धोखा दिया। चुनाव में हराने का काम किया। उन्हें हराने के लिए नेहरूजी ने षडयंत्र किया। यह दलित समाज के साथ बड़ा दुर्भाग्य था। कांग्रेस ने अपने नेताओं के निधन के बाद उनकी समाधि के लिए दिल्ली में जगह दी लेकिन बाबा साहब को नहीं दी गई, उन्हें लोग याद नहीं करें तो उन्हें इंदू मिल दादर मुंबई में जगह दी गई।