INDORE. रोजा इफ्तारी नहीं करेंगे... कुछ दिन पहले बिहार स्थापना दिवस के पहले यह बयान देने वाले बीजेपी इंदौर के नगराध्यक्ष सुमित मिश्रा ने अब इस मामले में बुधवार को मीडिया के सामने लंबी-चौड़ी बात रखी। उन्होंने कहा कि हम धर्म का राजनीति नहीं करते हैं। बिहार दिवस पर जो कार्यक्रम हुआ वह स्थापना दिवस का कार्यक्रम था, हम गुड़-धनिया बांटने वाले लोग है, धर्म विशेष का काम नहीं करते इसलिए कहा था कि रोजा इफ्तारी संभव नहीं है। बीजेपी मुस्लिम विरोधी नहीं है। देश पर मर मिटने वाले का सम्मान है। मिश्रा स्टेट प्रेस क्लब के रूबरू कार्यक्रम में मीडिया से बात कर रहे थे।
झूठी ईद की बधाई नहीं दे सकते
मिश्रा ने यह भी कहा कि हम कोई नौटंकी नहीं करना चाहते हैं, हम कोई ऐसा काम नहीं करना चाहते हैं कि हम आपके साथ झूठी रोजा इफ्तारी करें, झूठी ईद की बधाई दें। हम देश में कदम के साथ कदम मिलाकर काम करना चाहते हैं। बीजेपी में दो ही रंग है, तीन रंग तो दूसरे दल में हैं। हम सभी को साथ लेकर चल रहे हैं। जो अवार्ड वापसी गैंग है, बयान देती है, यह साजिश चल रही है। देश में धर्मांतरण का विरोध करते हैं, भारत माता का विरोध करने वालों का विरोध करते हैं। बीजेपी की सरकार में मुस्लिम अधिकारी भी है, कलेक्टर, एसपी, पटवारी सभी है। दूसरे दल उन्हें वोट बैंक समझती थी, लेकिन हम भेदभाव नहीं करते हैं। जो भारत माता की जय बोलेगा, तो वंदे मातरम बोलेगा, वह किसी भी धर्म, मजहब को हो हमारा है। बीजेपी कभी मुस्लिम विरोधी नहीं है। हम देश की मिट्टी पर मर मिटने वाले का सम्मान करते हैं।
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बीजेपी बैठक और कांग्रेसियों के मंच पर यह बोले
बीजेपी की संगठनात्मक बैठक में मंगलवार रात को हुए एससी मोर्चे के दिनेश वर्मा का विरोध पर मिश्र ने कहा कि उन्हें कुछ कन्फ्यूजन हुआ था वह दूर हो गया और कोई भी पदाधिकारी, कार्यकर्ता शहर अध्यक्ष से अपनी बात नहीं रखेगा तो कहां रखेगा। हम सभी परिवार है। मोर्चे की बैठक में वहीं पदाधिकारी संचालन करते हैं, रही मंच पर बैठने की बात तो पार्टी में एक तय प्रोटोकॉल है, इसमें विधायक, पूर्व विधायक व अन्य इसी के चलते मंच पर बैठते हैं। इसलिए भले ही वह कांग्रेस से आएं है लेकिन अब बीजेपी में हैं और वह प्रोटोकॉल के हिसाब से ही मंच पर बैठे थे।
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