मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जबकि लोकायुक्त और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) की त्वरित कार्रवाई के बावजूद घूस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। राज्य के अलग-अलग हिस्सों से आए दिन भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की खबरें सामने आती रहती हैं।
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ताजा मामला सतना जिले का है, जहां EOW ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक राजस्व निरीक्षक (आरआई) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह मामला तब सामने आया जब फरियादी रमेश पांडे ने आरोप लगाया कि राजस्व निरीक्षक ने उसकी जमीन का सीमांकन करने के लिए 40,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
EOW ने आरआई को रंगे हाथ पकड़ा
सतना जिले के बिरसिंहपुर में पदस्थ राजस्व निरीक्षक अजय सिंह ने एक किसान से 40,हजार रुपए की घूस की मांग की थी। किसानों के लिए यह एक बड़ा झटका था क्योंकि यह रिश्वतखोरी भूमि सीमांकन के सामान्य कार्य में शामिल थी। फरियादी रमेश पांडे ने पहले ही 26 हजार रुपए की घूस अदा कर दी थी, और शेष 14,000 रुपए लेने पर ईओडब्ल्यू टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। यह कार्रवाई रीवा EOW द्वारा की गई थी।
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आरआई की गिरफ्तारी से संदेश
यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार के खिलाफ EOW की सक्रियता का उदाहरण है। इस कार्रवाई से राज्य में घूसखोरी के मामलों में कड़ी कार्रवाई का संदेश दिया गया है। भ्रष्ट अधिकारियों को अब सजा का सामना करना पड़ेगा, इससे अन्य विभागों में भी सतर्कता बढ़ेगी। इस सफलता में ईओडब्ल्यू रीवा की टीम की अहम भूमिका रही। उप पुलिस अधीक्षक किरण किरो और अन्य पुलिसकर्मियों की कड़ी मेहनत से इस मामले में आरोपी की गिरफ्तारी संभव हो सकी। टीम के द्वारा की गई कार्रवाई को सराहा जा रहा है।
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