एमपी के बुंदेलखंड में ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान, अब सरकार से आस

दमोह जिले के पटेरा, कुंडलपुर और कुम्हारी के गांवों में ओलावृष्टि के कारण खेतों में खड़ी फसलें बिछ गईं। ये इलाके अब बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं। सड़कों पर बर्फ जमी हुई थी, और इस दृश्य ने बुंदेलखंड को कश्मीर जैसा बना दिया था।

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Sandeep Kumar
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मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में शुक्रवार को मौसम के अचानक बदलाव के कारण ओलावृष्टि (hailstorm) और तेज बारिश ने किसानों की चिंता को बढ़ा दिया। विशेष रूप से दमोह और पन्ना जिलों के विभिन्न गांवों में ओलावृष्टि के कारण खड़ी फसलें बुरी तरह प्रभावित हुईं। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है, और वे अब मदद की उम्मीद कर रहे हैं।

खेतों में खड़ी फसलें बिछ गईं

दमोह जिले के पटेरा, कुंडलपुर और कुम्हारी के गांवों में hailstorm के कारण खेतों में खड़ी फसलें बिछ गईं। ये इलाके अब बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं। सड़कों पर बर्फ जमी हुई थी, और इस दृश्य ने बुंदेलखंड को कश्मीर जैसा बना दिया था। पन्ना जिले के शाहनगर, रैपुरा और पवई में भी तेज हवा और बारिश के साथ  hailstorm (ओलावृष्टि)  हुई। इससे किसानों की खड़ी फसलें गंभीर रूप से प्रभावित हुईं।

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बारिश और hailstorm के कारण नुकसान 

पथरिया इलाके में हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के लिए मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। लगभग एक घंटे तक बारिश हुई और दस मिनट तक ओले गिरे, जिससे चना (chickpea) और गेहूं (wheat) की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुईं। किसानों के अनुसार, 95 प्रतिशत चना और 80 प्रतिशत गेहूं की फसल खेतों में पक चुकी थी, और ओलावृष्टि ने इन फसलों को क्षति पहुंचाई है।

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किसानों के लिए मदद की आवश्यकता

 बेमौसम hailstorm और बारिश के बाद, किसानों के लिए एकमात्र उम्मीद अब सरकारी मदद ( government assistance ) है। वे सरकार से जल्द सहायता की अपील कर रहे हैं, ताकि वे इस नुकसान से उबर सकें और फिर से अपनी फसलों की अच्छी देखभाल कर सकें।

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5 प्वाइंट में समझिए पूरी स्टोरी

✅ मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड में अचानक मौसम बदलने से ओलावृष्टि और तेज बारिश हुई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ। खासकर दमोह और पन्ना जिलों के गांवों में खड़ी फसलें प्रभावित हुईं।

✅ दमोह जिले के गांवों जैसे पटेरा, कुंडलपुर और कुम्हारी में ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसलें गिर गईं और इलाके बर्फ से ढक गए। पन्ना जिले में भी ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचाया।

✅ पथरिया क्षेत्र में हुई बारिश और hailstorm ( ओलावृष्टि ) ने चना और गेहूं की फसलों को बुरी तरह प्रभावित किया। लगभग 95 प्रतिशत चना और 80 प्रतिशत गेहूं की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं।

✅ किसानों के लिए यह एक गंभीर संकट है क्योंकि उनके लिए अब बची हुई फसलों को बचाना मुश्किल हो गया है। इस नुकसान से वे परेशान हैं और मदद की उम्मीद कर रहे हैं।

✅ बेमौसम ओलावृष्टि और बारिश के बाद किसानों की उम्मीद अब केवल सरकारी सहायता से जुड़ी हुई है। वे सरकार से जल्द सहायता की मांग कर रहे हैं ताकि वे फिर से अपनी फसलों की देखभाल कर सकें।

 

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