CBSE का नया नियम, अब पहली-दूसरी क्लास में नहीं होगी ABCD की पढ़ाई

सीबीएसई ने अपने स्कूलों में पढ़ाई का तरीका इस सत्र से बदल दिया है। राजधानी भोपाल सहित देशभर के सभी CBSE स्कूलों में अब KG से क्लास 2 तक की पढ़ाई केवल मातृभाषा में कराई जाएगी। 

author-image
Sandeep Kumar
New Update
cbse-study-pattern
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

अगर आपका बच्चा सीबीएसई स्कूल में पढ़ता है तो यह खबर ध्यान से पढ़ें। बोर्ड ने पढ़ाई का तरीका बदल दिया है। नए नियम इसी सत्र से लागू होंगे। भोपाल के सीबीएसई स्कूलों में बच्चे अब पहले अ से लेकर ई तक पढ़ेंगे। मैंगो के बजाय आम सिखाया जाएगा।

कक्षा केजी से दूसरी तक पढ़ाई केवल मातृभाषा में होगी। यह बदलाव अगले 18 दिन में शुरू होगा। राजधानी में लगभग डेढ़ सौ सीबीएसई स्कूल हैं। इनमें करीब दो लाख बच्चे पढ़ते हैं।

अंग्रेजी स्कूलों में मातृभाषा से दूर रहने की समस्या खत्म होगी। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार किया गया है। स्कूलों से इस बदलाव की रिपोर्ट भी मांगी गई है।

मातृभाषा में पढ़ाई अनिवार्य

CBSE ने केजी से कक्षा 2 तक के छात्रों के लिए मातृभाषा में पढ़ाई अनिवार्य कर दी है। यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत लिया गया है, जिसका उद्देश्य बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा को उनकी मातृभाषा में प्रदान करना है। इस नीति के तहत, बच्चों को अंग्रेजी या अन्य भाषाओं के बजाय उनकी मातृभाषा में पढ़ाई जाएगी, जिससे उनकी समझ और मानसिक विकास में सुधार होगा।

ये खबर भी पढ़िए... नौतपा के बीच छत्तीसगढ़ में मानसून की धमाकेदार एंट्री, एमपी से सिर्फ 800 किलोमीटर दूर

भोपाल में 150 CBSE स्कूलों पर असर

भोपाल में लगभग 150 CBSE स्कूलों में करीब दो लाख छात्र हैं, जो इस नए निर्देश से प्रभावित होंगे। यह कदम बच्चों की शिक्षा को और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्कूलों को इस नीति को लागू करने के लिए तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।

ये खबर भी पढ़िए... एमपी के इस शहर से बेंगलुरू तक चलेगी सीधी ट्रेन, रेल मंत्रालय ने दी मंजूरी

मातृभाषा में शिक्षा की आवश्यकता

अभिभावकों ने बताया कि बच्चे अब रंगों और गिनतियों को पहचानने में कठिनाई महसूस कर रहे थे, लेकिन इस कदम से उनकी मातृभाषा में शिक्षा मिलने से यह समस्या दूर होगी। पीके मालवीय ने कहा कि बच्चों और बुजुर्गों के संवाद में कई बार रंग बेरंग हो जाते हैं, इन्हें अब हम वापस पास सकेंगे।

ये खबर भी पढ़िए... एमपी में अधिकारी-कर्मचारी तबादलों के विरोध में जा सकते हैं हाईकोर्ट

शिक्षा में सुधार की दिशा में कदम

पालक महासंघ के प्रबोध पांड्या ने कहा कि बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा मिलने से उनकी समझ में सुधार होगा और वे बेहतर तरीके से सीख सकेंगे। उन्होंने इस कदम को शिक्षा में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

ये खबर भी पढ़िए... भर्ती घोटाले में फंसा 'मिशन शक्ति' , मध्य प्रदेश में लांचिंग से पहले ही हुआ फेल

स्कूलों को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश

CBSE ने स्कूलों से रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नीति को सही तरीके से लागू किया जा रहा है। अगले 18 दिनों में इस नीति को लागू किया जाएगा और स्कूलों को तैयारी पूरी करने के लिए कहा गया है।

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, दोस्तों, परिवारजनों के साथ 🤝 शेयर करें 
📢🔄 🤝💬👫👨‍👩‍👧‍👦

cbse स्कूल सीबीएसई भोपाल मातृभाषा शिक्षा मध्य प्रदेश