/sootr/media/media_files/2025/09/25/rohini-ghavari-chandrashekhar-azad-2025-09-25-16-41-13.jpg)
सांसद चंद्रशेखर रावण (इनसेट में): (The Sootr)
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के नगीना से सांसद चंद्रशेखर रावण के खिलाफ अब डॉ. रोहिणी घावरी के मां और पिता भी आ गए हैं। इंदौर में जन्मी रोहिणी स्विट्जरलैंड में नौकरी कर रही हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर सांसद रावण के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए शादी का झांसा देकर शोषण करने की बात कही है। इसकी औपचारिक शिकायत भी उन्होंने महिला आयोग और दिल्ली पुलिस को की है। डॉ. रोहिणी ने बुधवार (23 सितंबर) को फिर सोशल मीडिया पर रावण पर गंभीर आरोप लगाए।
मां बोलीं संसद भवन के सामने करेंगी आत्महत्या
रोहिणी की मां 1988 से बीमा अस्पताल में सफाई कर्मचारी हैं और पिता शिव घावरी कांग्रेस के साथ ही वाल्मीकि समाज से जुड़े हैं और समाजसेवा का काम भी करते हैं। मां और पिता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं का बहुत सम्मान करते हैं। चंद्रशेखर ने मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी। हम पीएम से शिकायत कर चुके हैं, दिल्ली पुलिस से भी खुद जाकर मिल चुके हैं। लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हो रही। यदि मेरी बेटी को न्याय नहीं मिला तो हमारा परिवार संसद भवन के सामने जाकर आत्महत्या कर लेगा।
पिता बोले दिल्ली पुलिस कुछ नहीं कर रही
वहीं पिता शिव घावरी ने कहा कि रोहिणी ने मुझसे कहा था कि आपको दिल्ली जाना पड़ेगा। मैं दिल्ली पुलिस कमिश्नर से जुलाई में मिला। उन्होंने कहा कि बेटी को खुद आना पड़ेगा। बेटी 8 अगस्त को स्विट्जरलैंड से आई और हम पुलिस कमिश्नर से मिले, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रोहिणी ने लगातार यह ट्वीट किए, सुसाइड की धमकी दी
बुधवार को रोहिणी ने X पर सुसाइड की धमकी दी थी। उन्होंने एक के बाद एक तीन पोस्ट किए। एक में चंद्रशेखर, उनकी पत्नी और बच्चे की तस्वीर पोस्ट की। जिसमें चंद्रशेखर को गाली देते हुए लिखा- मेरा जीवन बर्बाद कर के खुशियां मना रहा है। आज ही तेरे नाम पर जहर खाऊंगी। तूने मुझे खत्म कर दिया। रोहिणी ने पीएम मोदी और पीएमओ को टैग करते हुए लिखा- मेरी लाश भी भारत वापस मत लाना। किसी ने नहीं सुनी मेरी। सब अपराधी का साथ देते रहे। तुम सब को मेरा अंतिम अलविदा।
यह फोटो पहले क्यों नहीं डाले हरामज़ादे मेरा जीवन बर्बाद कर के खुशियाँ मना रहा है आज ही तेरे नाम पर ज़हर खाऊँगी तूने मुझे ख़त्म कर दिया !!@PMOIndia@narendramodi मेरी लाश भी भारत वापस मत लाना किसी ने नहीं सुनी मेरी सब अपराधी का साथ देते रहे !!
— Dr. Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@DrRohinighavari) September 24, 2025
तुम सब को मेरा अंतिम अलविदा !! pic.twitter.com/hOZVXboDZ1
पीएम मोदी को भी टैग कर यह की पोस्ट
इसके पहले उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए लिखा- आदरणीय नरेंद्र मोदी जी, आपके कार्यकाल का यह सबसे बड़ा कलंक होगा जब एक वाल्मीकि दलित भारत की बेटी आपसे न्याय की गुहार लगाते हुए थक कर यूनाइटेड नेशन के मंच से अपना जीवन समाप्त करेगी। अपने ही देश में मुझे आत्मसम्मान की लड़ाई नहीं लड़ने दिया गया। आरोपी को लगातार दिल्ली पुलिस बचाती रही। मैं एक एफआईआर तक नहीं करा पाई। इसकी वजह है गंदी राजनीति। पुलिस पीड़िता की नहीं नेताओं की सुनती है। यह पूरा सिस्टम सिर्फ ताकतवर लोगों की आवाज सुनता है। देश के गरीब पिछड़े पीड़ितों की आवाज नहीं सुनता। स्वाभिमानी बेटियों की आवाज कौन सुनेगा। मेरे अंतिम अलविदा का इंतजार करना। शायद मेरे मरने के बाद देश की बेटियों की आवाज सुनी जाएगी। जय हिन्द जय भारत जय संविधान जय भीम जय वाल्मीकि।
आदरणीय @narendramodi जी आपके कार्यकाल का यह सबसे बड़ा कलंक होगा जब एक वाल्मीकि दलित भारत की बेटी आपसे न्याय की गुहार लगाते हुए थक कर यूनाइटेड नेशन के मंच से अपना जीवन समाप्त करेगी !
— Dr. Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@DrRohinighavari) September 22, 2025
अपने ही देश में मुझे आत्मसम्मान की लड़ाई नहीं लड़ने दिया गया आरोपी को लगातार @DelhiPolice बचाती… pic.twitter.com/SJ29RltKRw
कायर नीच मुझे रात में 3 3 बजे रो रो कर इस रिश्ते में ज़बरदस्ती बाँधे रखता था मैं समझा समझा के थक जाती थी की मत कर परेशान तो मरने की धमकी देता था !!
— Dr. Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@DrRohinighavari) September 24, 2025
इस नालायक को बोलती थी बहुत बदनामी होगी इस रिश्ते से तो पागल दीवाना था तब मेरा !!
बोलता था छोड़ दोगी तो मर जाऊँगा उस दिन मर जाता तो… pic.twitter.com/UtCsrelejB
इस अय्याश बेवड़े आदमी को मैं बहुजन आंदोलन के लायक़ बना रही थी यही गलती है मेरी और इसने मुझे ही समाज के सामने बदनाम किया !!
— Dr. Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@DrRohinighavari) September 24, 2025
पुलिस मेरी नहीं सुन रही क्योंकि बीजेपी इसको बचा रही है लेकिन समाज के सामने मैं साबित करूँगी की ग़लत मैं नहीं यह है !!
बहुजन वाल्मीकि समाज की बेटी के साथ… pic.twitter.com/DT2kCVeP4a
तीन महीने से लगातार लड़ रही रोहिणी
डॉ. रोहिणी घावरी ने तीन महीने पहले सोशल मीडिया पर आकर चंद्रशेखर पर उत्पीड़न और कई गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई। आयोग ने मामला दर्ज किया था। डॉ. रोहिणी घावरी इंदौर के बीमा अस्पताल में काम करने वाली सफाईकर्मी की बेटी हैं। वह 2019 में हायर एजुकेशन के लिए स्विट्जरलैंड गई थीं। पढ़ाई के दौरान ही वह और चंद्रशेखर एक दूसरे के संपर्क में आए थे। तीन साल तक रिलेशनशिप में रहे। डॉ. रोहिणी घावरी स्विट्जरलैंड में नौकरी कर रही हैं और एनजीओ भी चला रही हैं।
महिला आयोग को यह शिकायत कर चुकी रोहिणी
रोहिणी ने महिला आयोग को कहा- मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और अनुसूचित जाति (सफाईकर्मी समुदाय) की महिला, आपके समक्ष यह शिकायत अत्यंत पीड़ा और न्याय की आस के साथ प्रस्तुत कर रही हूं। साल 2020 में मध्य प्रदेश सरकार की छात्रवृत्ति पर स्विट्जरलैंड के जिनेवा शहर में पीएचडी के लिए एडमिशन लिया। इसी दौरान मेरी जान-पहचान चंद्रशेखर आजाद, सांसद नगीना (बिजनौर, उत्तर प्रदेश) से हुई। चंद्रशेखर ने मुझे यह विश्वास दिलाया कि वह अविवाहित हैं और मेरी जैसी जीवनसाथी की तलाश में हैं।
रावण ने शारीरिक संबंध बनाए- रोहिणी
रेहिणी ने कहा- भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने मेरे भारत आने पर विशेषकर दिल्ली में, कई बार मुझे होटल और अपने द्वारिका स्थित निवास पर बुलाकर यह कहकर शारीरिक संबंध बनाए कि वे मुझसे जल्द ही शादी करेंगे। साल 2022 के उत्तर प्रदेश चुनाव में मुझे इनकी पार्टी के कुछ लोगों ने शादी के बारे में बताया। मुझे हमेशा धोखे में रखा और शुरू से खुद को अविवाहित बताकर, शादी का झांसा देकर कई बार मेरी मर्जी के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाए। उन्होंने मेरे प्रेम, विश्वास, निष्ठा और समर्पण का दुरुपयोग किया। विदेश में रहते हुए भी मैंने उनके सामाजिक अभियानों में साथ दिया। लेकिन, उन्होंने न सिर्फ मेरे भावनात्मक विश्वास को तोड़ा, बल्कि मुझे सामाजिक रूप से बदनाम भी किया। दो बार आत्महत्या करने का प्रयास किया।
उन्होंने आयोग से आगे कहा कि मैं मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से पूरी तरह से टूट चुकी हूं। अतः आपसे निवेदन है कि तथ्यों को ध्यान में रखते हुए चंद्रशेखर आजाद के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाए, ताकि मुझे न्याय मिल सके और कोई भी अन्य बहन-बेटी इस प्रकार की धोखाधड़ी व उत्पीड़न का शिकार न हो सके।