एक महीने में पूरी होगी CMHO संजय मिश्रा की जांच, भोपाल में जांच दल गठित

जबलपुर के CMHO डॉ. संजय मिश्रा पर गंभीर आरोपों की विभागीय जांच शुरू हो गई है। लोकायुक्त जांच में असंतोषजनक जवाब के बाद भोपाल से विशेषज्ञ जांच दल गठित किया गया है, जो एक महीने में रिपोर्ट सौंपेगा। डॉ. मिश्रा ने सभी आरोपों को साजिश करार दिया है।

author-image
Neel Tiwari
New Update
cmho sanjay mishra (4)

Photograph: (THESOOTR)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

JABALPUR. जबलपुर जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. संजय मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने उनके खिलाफ गंभीर आरोपों को लेकर विभागीय जांच संस्थित करने का आदेश जारी किया है।

जबलपुर सीएमएचओ संजय मिश्रा पर लोकायुक्त जांच प्रकरण क्रमांक 91/ई/2024 में आरोपों पर संतोषजनक जवाब ना होने की स्थिति में यह कार्रवाई की गई है। जारी हुए आदेश में यह साफ लिखा हुआ है कि डॉ संजय मिश्रा को कारण बताओ नोटिस दिया जाने के बाद उनके द्वारा दिया गया जवाब संतोषजनक नहीं था। इसके बाद उन्होंने व्यक्तिगत रूप से भी पेश होकर जवाब दिया, लेकिन कोई भी नया तथ्य या साक्ष्य पेश नहीं कर सके। 

संचालनालय के जारी आदेश में भोपाल से विशेषज्ञ अधिकारियों की एक जांच टीम गठित की गई है, जिसे एक माह के भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

cmho sanjay mishra (2)

cmho sanjay mishra (3)

आरोपों को डॉ. मिश्रा ने बताया बेबुनियाद

हालांकि, डॉ. संजय मिश्रा अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को लगातार मीडिया के सामने खारिज करते रहे हैं। उन्होंने द सूत्र को बताया कि उनके खिलाफ की जा रही शिकायतें "सोची-समझी साजिश" का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि लगातार वही शिकायतें उनके खिलाफ बार-बार की जा रही हैं और शिकायत तो में कोई तथ्य या दम नहीं है।

वहीं विभागीय जांच को उन्होंने सामान्य विभागीय प्रक्रिया बताया। हालांकि, विभाग के द्वारा जारी किए गए इस आदेश में ही यह साफ लिखा है कि डॉक्टर मिश्रा का जवाब अब तक संतोषजनक नहीं पाया गया है। इससे पहले मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश के बाद लोकायुक्त जांच प्रारंभ हुई थी, और जांच में डॉ. मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किए गए जवाब भी सामने आ चुके हैं।

इससे पहले ‘द सूत्र’ की विशेष रिपोर्ट्स में भी पूरे मामले की परतें खुल चुकी थीं... 

पढ़ें ये खबरें...

डेडलाइन के बाद भी नहीं हुई CMHO डॉ. संजय मिश्रा की जांच, HC का लोकायुक्त को नोटिस

CMHO संजय मिश्रा की निजी लैबों में हिस्सेदारी, फर्जी दस्तावेज, दो विवाह और बेनामी संपत्ति साबित

CMHO संजय मिश्रा की दो पत्नी, संपत्ति पर लोकयुक्त करे 45 दिन में जांच पूरी : हाईकोर्ट

लोकायुक्त जांच के बाद विभागीय कार्रवाई

संचालनालय लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, भोपाल द्वारा जारी आदेश (क्रमांक 4/शिका./सेल.व्ही.सी./जां.प्र.क्र.91/2024/2025/1754 दिनांक 24 अक्टूबर 2025) में कहा गया है कि पहले डॉ. मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था। उनका जवाब असंतोषजनक पाया गया, जिसके बाद 4 जुलाई 2025 को आरोप पत्र जारी किया गया।

इसके बाद 3 अक्टूबर को उन्हें व्यक्तिगत सुनवाई का अवसर दिया गया, परंतु उन्होंने कोई नया साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया। आखिरकार आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा ने विभागीय जांच प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। इस जांच के लिए डॉ. संजय खरे, मेडिकल विशेषज्ञ, सिविल अस्पताल गोविंदपुरा (भोपाल) को जांच अधिकारी और डॉ. मेहरबान सिंह, वरिष्ठ संयुक्त संचालक को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नियुक्त किया गया है।

राज्य स्तर पर चर्चा में आया मामला

विभाग ने इस आदेश की प्रतिलिपि लोकायुक्त संगठन, प्रमुख सचिव, आयुक्त जबलपुर संभाग, कलेक्टर जबलपुर और एनएचएम मिशन संचालक भोपाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि जांच से संबंधित दस्तावेजों को विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया जाए, ताकि प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे।

लंबे समय से विवादों में डॉ. मिश्रा

यह पहला मौका नहीं है जब  जबलपुर स्वास्थ्य विभाग के CMHO संजय मिश्रा विवादों में आए हों। उनके खिलाफ लगे आरोपों पर हाईकोर्ट के निर्देश पर लोकायुक्त जांच प्रारंभ हुई थी, जिसके बाद संचालनालय स्तर पर अनुशासनात्मक प्रक्रिया शुरू हुई। अब विभागीय जांच के आदेश से साफ है कि मामला फाइनल चरण की ओर बढ़ रहा है, और आने वाले दिनों में इस पर अगली बड़ी कार्रवाई संभव है।

लोकायुक्त जांच जबलपुर स्वास्थ्य विभाग विभागीय जांच CMHO संजय मिश्रा जबलपुर सीएमएचओ संजय मिश्रा
Advertisment