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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनावों में वोट चोरी का आरोप लगाया। इसके बाद कांग्रेस चुनाव आयोग और बीजेपी पर लगातार हमला कर रही है। आज यानी बुधवार को भोपाल में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एमपी कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक हुई है। बैठक में पार्टी के विधायकों और हारे प्रत्याशियों से अपने क्षेत्र के दो चुनावों का फर्जी वोटर्स का डेटा देने को कहा गया है।
इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने बीजेपी और चुनाव आयोग को एक ही समझते हुए आरोप लगाए कि दोनों ही एक-दूसरे के साथ मिलकर चुनावी प्रक्रिया में अनियमितताएं कर रहे हैं।
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नरेंद्र मोदी की सरकार लगातार देश के नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है।
— MP Congress (@INCMP) August 13, 2025
नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी जी लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया में किए गए बदलाव के समय जिन आशंकाओं को उठाया गया था, वे आज सही… pic.twitter.com/J3ZyN3cU80
क्या बोले विवेक तन्खा
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि अगर राहुल गांधी को गुस्सा आता है, तो व्यवस्था बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा सत्य और न्याय की लड़ाई लड़ी है। आज पूरा देश चुनाव आयोग से यह जानना चाहता है कि वह संविधान और लोकतंत्र के साथ खड़ा है या किसी एक दल के पक्ष में।
चुनाव आयोग का कार्य जनसुविधा सुनिश्चित करना है, न कि नागरिकों के लिए कठिनाइयां खड़ी करना। जब 300 से अधिक सांसद शांतिपूर्ण विरोध करते हैं और उन्हें आयोग तक जाने से रोका जाता है, तो यह लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है।
जब नेता प्रतिपक्ष से हलफनामा माँगा जाता है, तो सवाल उठता है कि क्या चुनाव आयोग अपनी ज़िम्मेदारियां भूल रहा है? जनता उम्मीद करती है कि संवैधानिक संस्थाएं निष्पक्ष और जवाबदेह रहें।
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हमने हमेशा सत्य और न्याय की लड़ाई लड़ी है। आज पूरा देश चुनाव आयोग से यह जानना चाहता है क्या वह संविधान और लोकतंत्र के साथ खड़ा है, या किसी एक राजनीतिक दल के पक्ष में?
— MP Congress (@INCMP) August 13, 2025
चुनाव आयोग का कार्य जनसुविधा सुनिश्चित करना है, न कि नागरिकों के लिए कठिनाइयाँ खड़ी करना। जब देश के 300 से अधिक… pic.twitter.com/52Psz5S6ig
फर्जी वोटर्स के खिलाफ उठाया कदम
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी विधायक और हारे हुए प्रत्याशी फर्जी वोटर्स का डेटा इकट्ठा करेंगे। पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग से अनियमितताओं की शिकायत करनेका निर्णय लिया। विधायकों और हारे हुए प्रत्याशियों से कहा गया कि वे फर्जी वोटर्स की जानकारी और सबूत चुनाव आयोग को भेजें।
विधायकों ने मांगा 10 दिन का समय
विधायकों और हारे हुए प्रत्याशियों ने पीसीसी से रिपोर्ट भेजने के लिए 10 दिन का समय मांगा है। उनका कहना है कि 10 दिन में हर विधानसभा से फर्जीवाड़े की जानकारी कांग्रेस के पास आ जाएगी।
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