स्वास्थ्य अव्यवस्था पर तमतमाए कांग्रेस विधायक पंकज उपाध्याय, असंतुष्ट होकर छोड़ा सदन
मध्य प्रदेश विधानसभा में पेश की गई कैग की रिपोर्ट ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। विधायक पंकज उपाध्याय ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से पूछा कि अस्पतालों में मरीजों की संख्या इतनी कम क्यों है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में पेश की गई कैग (कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) की रिपोर्ट ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक पंकज उपाध्याय ने प्रदेश सरकार से पूछा कि राज्य के अस्पतालों में मरीजों की संख्या इतनी कम क्यों है। उनके अनुसार, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र समेत पूरे प्रदेश के अस्पताल खाली पड़े हैं, जो कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, प्रसव और इलाज के लिए भटक रहे मरीज
कांग्रेस विधायक पंकज उपाध्याय ने विधानसभा में सवाल खड़े किए कि प्रसव के लिए जाने वाली महिलाओं का प्रसव कराने की व्यवस्था नहीं है। एक्सीडेंट में घायल हों चाहे आंखों के मरीज किसी को इलाज नहीं मिलता। उन्हें जिला अस्पताल या निजी अस्पतालो में जाना पड़ता है। स्वास्थ्य विभाग ने कैग की रिपोर्ट पर 86 प्रतिशत निष्कर्षों का जवाब तक नहीं दिया। अस्पतालों में डॉक्टर ही नहीं हैं। प्रदेश में 20 साल से बीजेपी की सरकार है फिर डॉक्टरों की नियुक्ति क्यों नहीं हो रही।
सरकार कर रही छह माह में स्वास्थ्य अमले की नियुक्ति का प्रयास
वहीं कांग्रेस के विधायक के सवाल का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा सरकार लगातार प्रयास कर रही है। विभाग ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के पदों को भरने एजेंसियों को जानकारी भेजी है। चार से छह महीनों में खाली पद भर लिए जाएंगे।
जब जवाब ही नहीं मिलता तो सदन में बैठने का क्या फायदा ?
विधायक पंकज उपाध्याय ने समय पाबंद किए जाने की मांग की और जवाब नहीं आने पर कुछ विधायकों के साथ सदन से बाहर चले गए। विधायक उपाध्याय ने कहा हमें अपनी बात उठाने का यही मंच है। जब यहीं हमें बात रखने पर संतुष्ट करने वाला जवाब नहीं मिलता तो यहां बैठने का क्या फायदा।