कांग्रेस MLA यादवेंद्र सिंह के बेटे की बदसलूकी, ड्राइवर से की मारपीट, जातिगत अपमान के आरोप

मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह के बेटे पर दलित ड्राइवर के साथ मारपीट और जातिगत अपमान का गंभीर आरोप लगा है। वहीं इसको लेकर बीजेपी ने कड़ी आलोचना की है।

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Amresh Kushwaha
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मध्य प्रदेश में नेताओं और उनके बेटों की गुंडागर्दी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन इनके नए विवाद सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला टीकमगढ़ जिले का है, जहां कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह के बेटे पर दलित ड्राइवर के साथ मारपीट और जातिसूचक शब्दों से अपमान करने का गंभीर आरोप लगा है।

यह घटना 14 जुलाई को उस समय हुई, जब विधायक के बेटे की स्कॉर्पियो गाड़ी ने खड़े डंपर को टक्कर मार दी। इस मामले ने न सिर्फ स्थानीय पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा किया, बल्कि राज्य में राजनीतिक गर्मागर्मी को भी बढ़ा दिया।

यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी कांग्रेस विधायक सेना महेश पटेल के बेटे पुष्पराज पटेल की गुंडागर्दी की खबरें सामने आई थीं, जब उन्होंने बिना नंबर की तेज रफ्तार SUV से दो पुलिस कॉन्स्टेबल्स को टक्कर मार दी थी।

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जानें क्या है पूरा मामला...

घटना कलियासोत घाटी पर हुई, जब बाबू कहार नामक ड्राइवर का डंपर खराब हो गया था। वह उसे ठीक करने के लिए रुका था। इसी दौरान विधायक के बेटे की स्कॉर्पियो ने उसके डंपर में पीछे से टक्कर मार दी।

ड्राइवर बाबू कहार का दावा है कि जब उसने दुर्घटना के लिए अपनी गलती मानने से इनकार किया, तो विधायक के बेटे और उनके साथ आए सरकारी गनमैन ने उसे जबरन गाड़ी में बैठाया और बेरहमी से पीटा। इसके बाद, जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया। इससे ड्राइवर को गहरा मानसिक आघात हुआ।

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पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप

ड्राइवर का आरोप है कि उसने इस मामले की रिपोर्ट कोलार पुलिस थाने में दी। लेकिन पुलिस ने विधायक के बेटे के दबाव में आकर उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। उल्टा, पुलिस ने ड्राइवर के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दी, जबकि उसने केवल अपने साथ हुए अत्याचार के बारे में रिपोर्ट की थी। वही पुलिस ने बाबू को रात 12 बजे तक बैठाकर रखा गया। इस दौरान गाड़ी में बैठे लोगों ने धमकाया कि एक लाख 50 हजार रुपए दो नहीं गाड़ी सड़वा देंगे।

कांग्रेस MLA के बेटे की गुंडागर्दी पर एक नजर...

  • 14 जुलाई को टीकमगढ़ जिले में कांग्रेस विधायक के बेटे की स्कॉर्पियो ने एक खड़े डंपर को टक्कर मार दी, जिसके बाद ड्राइवर बाबू कहार के साथ मारपीट और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया।

  • ड्राइवर ने कोलार पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने विधायक के बेटे के दबाव में उसकी रिपोर्ट पर ध्यान नहीं दिया और उल्टा उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की।

  • बाबू कहार ने घटना स्थल और पुलिस थाने के सीसीटीवी फुटेज को देखने की मांग की है, ताकि यह साबित हो सके कि उसे गलत तरीके से फंसाया गया था।

  • बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी इस मामले पर चुप है और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी से इस मुद्दे पर जवाब देने की मांग की है।

  • विधायक के बेटे और उनके गनमैन के खिलाफ उचित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है, जबकि बाबू कहार ने राज्य पुलिस कमिश्नर से न्याय की अपील की है।

सीसीटीवी फुटेज चेक करने की मांग

मेडिकल रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि ड्राइवर ने शराब का सेवन किया था। वहीं बाबू कहार का कहना है कि वह सावन सोमवार के दिन उपवासी था और उसने कभी शराब का सेवन नहीं किया। उसने यह भी मांग की है कि घटना स्थल और पुलिस थाने के सीसीटीवी फुटेज को देखा जाए, ताकि यह प्रमाणित किया जा सके कि उसे कितनी देर तक थाने में रखा गया था और क्या उसे गलत तरीके से फंसाया गया था।

बीजेपी का कड़ा हमला

इस घटना पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता, खासकर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, इस गंभीर मुद्दे पर चुप हैं।

उन्होंने कहा कि जब दलितों के खिलाफ अत्याचार कांग्रेस पार्टी के भीतर हो, तो उनकी संवेदनशीलता क्यों मौन रहती है? बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस पार्टी की दोहरी मानसिकता को उजागर करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाओं पर कांग्रेस का रवैया बहुत ही निराशाजनक है।

जानें क्या होगा अगला कदम?

विधायक के बेटे और उनके गनमैन के खिलाफ उचित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने अभी तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। बाबू कहार ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए राज्य पुलिस कमिश्नर से न्याय की अपील की है। यह मामला पुलिस और राजनीतिक दबाव के बीच संघर्ष का प्रतीक बन गया है।

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नेता और नेता पुत्रों की दबंगई के हालिया मामले 

मध्यप्रदेश में लगातार नेताओं और उनके बेटों की दबंगई की ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जो न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि सत्ता के नशे में चूर राजनीतिक परिवारों की सोच को भी उजागर करती है। 

1 अप्रैल 2024 को भोपाल में स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल ने एक बाइकर पर हमला कर दिया। रेस्तरां के बाहर कर्मचारियों को खुलेआम धमकी देते हुए बोला कि हम तुम्हें और तुम्हारे रेस्टोरेंट को देख लेंगे। जब पुलिस ने FIR की, तो मंत्रीजी ने बेटे के बजाय चार पुलिसकर्मियों को ही सस्पेंड करवा दिया। कांग्रेस ने तो सवाल उठाए ही, लेकिन खुद बीजेपी अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को भी कहना पड़ा कि कोई भी गुंडागर्दी का हकदार नहीं।

28 मार्च 2025 को ग्वालियर में वार्ड-19 की पार्षद के पति बलबीर सिंह तोमर और उनके बेटे योगेश व छोटू ने उज्जैन पुलिस के एक कॉन्स्टेबल सहित तीन युवकों को देर रात जमकर पीटा। वजह? कॉलोनी के सुरक्षा गार्ड से बहस। हमला इतना गंभीर था कि बंदूक के बट का इस्तेमाल किया गया, लेकिन कार्रवाई सीमित और रस्मी रही।

10 अप्रैल 2025 को देवास में सत्ता के अहंकार ने आस्था पर हमला किया। बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला ने रात 12 बजे मंदिर गेट खुलवाने की जिद में पुजारी को पीट दिया। पुजारी ने साफ मना कर दिया तो साथ आया जितेंद्र राघव गाली-गलौज पर उतर आया। बाद में धमकी भरे कॉल और CCTV फुटेज सामने आए। इस मामले में भी FIR तो दर्ज हुई, लेकिन बाद में पुजारी ने बयान पलट दिया।

24 और 25 मई 2025 को अशोकनगर में बीजेपी किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण यादव और उनके समर्थकों ने साइकिल विवाद के चलते पड़ोसी के घर घुसकर महिलाओं और बच्चों तक को नहीं छोड़ा। बच्चों की साइकिल की स्पीड पर हुई आपत्ति इतनी भारी पड़ी कि यादव और उसके समर्थकों ने घर में घुसकर मारपीट की। मामला पुलिस तक पहुंचा, FIR दर्ज हुई, लेकिन बीजेपी की ओर से केवल एक शो-कॉज नोटिस जारी हुआ।

13 जुलाई 2025 को अलीराजपुर में कांग्रेस विधायक सेना महेश पटेल के बेटे पुष्पराज पटेल की बिना नंबर की तेज रफ्तार SUV से जोबट थाना क्षेत्र में गश्त कर रहे दो कॉन्स्टेबल्स (राकेश गुजरिया और राकेश अनारे) को टक्कर मारते हुए खंभे से टकरा गई। इस दुर्घटना में राकेश गुजरिया को गंभीर चोटें आईं और कार की तेज रफ्तार के कारण आसपास की रेलिंग और खंभे भी टूट गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने चालक की पहचान विधायक पुत्र पुष्पराज पटेल के रूप में की, और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

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