गांजा कांड पर बवाल, युवा कांग्रेस ने मंत्री प्रतिमा बागरी के नेमप्लेट पर पोती कालिख

भोपाल में बुधवार को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री प्रतिमा बागरी के आवास पर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन उनके भाई अनिल बागरी की गिरफ्तारी के बाद हुआ। कार्यकर्ताओं ने मंत्री के घर पर कालिख पोत कर विरोध जताया।

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Manya Jain
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भोपाल में बुधवार सुबह युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंत्री प्रतिमा बागरी के सरकारी आवास पर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन Pratima Bagri के भाई अनिल बागरी की गिरफ्तारी के बाद हुआ। अनिल बागरी को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री के सरकारी आवास पर लगी नेम प्लेट पर कालिख पोत दी। 

क्या था पूरा मामला?

सतना जिले की रैगांव सीट से बीजेपी विधायक और नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के भाई अनिल बागरी और उनके बहनोई शैलेंद्र सिंह को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

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मंत्री का गांजा तस्करी के आरोपों से किनारा

गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार अनिल बागरी से राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने किनारा कर लिया है। खजुराहो में मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बागरी ने कहा कि- 

कोई भी अपने रिश्तेदार को अपना मान सकता है, लेकिन कृपया इस पर तथ्यात्मक जानकारी लें।" उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है और जो भी गलत करेगा उसे सजा मिलेगी। राज्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि उनका भाई उनका रिश्तेदार है, लेकिन बहनोई से उनका कोई रिश्ता नहीं है।

गांजा तस्करी का खुलासा

सतना जिले के रामपुर बघेलान पुलिस ने 7-8 दिसंबर की रात को दबिश दी और गांजा तस्करी का खुलासा किया था। पुलिस ने पंकज सिंह के घर से 48 पैकेट गांजा बरामद किया, जिसकी कीमत 9 लाख 22 हजार 680 रुपए आंकी गई। पंकज की गिरफ्तारी के बाद उसने यह बताया कि गांजा अनिल बागरी और उनके बहनोई शैलेंद्र सिंह का था।

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पुलिस ने अनिल बागरी को गिरफ्तार किया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। शैलेंद्र सिंह पहले ही यूपी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका था।

9 लाख का गांजा हुआ था बरामद

सतना के एडिशनल एसपी प्रेमलाल धुर्वे के अनुसार, 7-8 दिसंबर की रात पुलिस ने मरौहा गांव में पंकज सिंह के घर दबिश दी। यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई थी। घर के बाहर टीन शेड में धान की बोरियों के नीचे छिपाकर रखी चार बोरियों से 48 पैकेट गांजा बरामद हुआ। इस गांजे की कीमत 9 लाख 22 हजार 680 रुपए आंकी गई।

पंकज की गिरफ्तारी के बाद उसने बताया कि यह गांजा अनिल बागरी और उसके बहनोई शैलेन्द्र सिंह का था। इसके बाद पुलिस ने अनिल बागरी को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को एनडीपीएस एक्ट की विशेष अदालत (MP News) में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 19 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। 3 दिसंबर को यूपी की बांदा पुलिस ने शैलेन्द्र सिंह को इसी आरोप में गिरफ्तार किया था।

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