साइबर ठगी नेटवर्क का पर्दाफाश: 10 करोड़ की धोखाधड़ी, बैंक मैनेजर समेत 6 गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के शहडोल में साइबर ठगी नेटवर्क का खुलासा हुआ, जिसमें 10 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन हुआ। 160 म्यूल अकाउंट फ्रीज किए गए और 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

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Sandeep Kumar
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MP News: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में राष्ट्रीय स्तर पर साइबर ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। यह ठगी नेटवर्क फर्जी बैंक खाते खोलकर ऑनलाइन ठगी को अंजाम दे रहा था, और अब तक की जांच में करीब 10 करोड़ रुपए से अधिक का लेन-देन सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में 160 से अधिक म्यूल अकाउंट्स को फ्रीज कर दिया है और अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

म्यूल अकाउंट्स का फ्रीज होना 

मूल रूप से, म्यूल अकाउंट्स वे खाते होते हैं जो ठगों द्वारा धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। पुलिस ने इन खातों को फ्रीज कर ठगी के पैसों के ट्रांजेक्शन को रोक दिया है। इन खातों में किए गए ट्रांजेक्शन की अधिकतम सीमा 10 लाख से 50 लाख रुपए तक पहुंच चुकी थी।

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फर्जी खाते खोलने की प्रक्रिया 

आदित्य मिश्रा और ऋषि चौधरी जैसे आरोपी खुद को गूगल पे के एजेंट के रूप में पेश करते थे और लोगों से उनके दस्तावेज और फिंगरप्रिंट लेकर फर्जी खाते खोलने का काम करते थे। वे प्रत्येक खाते के लिए 10 हजार रुपए का लालच देते थे। इसके बाद, इन फर्जी खातों को ऑनलाइन ठगी करने वालों को बेच दिया जाता था।

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ठगी की रकम का ट्रांसफर 

इन खातों में बड़ी रकम का ट्रांसफर हुआ है, और यह ठगी की रकम भारत के कई राज्यों से इन खातों में भेजी गई थी। अधिकांश ट्रांजेक्शन UPI और कैश के माध्यम से किए गए थे। इन खातों में अधिकांश खाताधारकों को जानकारी भी नहीं थी कि उनके नाम से फर्जी खाते खोले गए हैं।

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एनसीआरपी पोर्टल से जांच 

पुलिस ने एनसीआरपी पोर्टल से संपर्क कर और भी जानकारी जुटाई, जिससे पता चला कि अब तक 10 करोड़ रुपए से अधिक का ट्रांजेक्शन इन खातों के माध्यम से हुआ है। पुलिस ने इस मामले में साइबर अपराध के तहत धारा 111(2)(ख) BNS की वृद्धि की है।

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आरोपियों की गिरफ्तारी 

पुलिस ने इस मामले में आदित्य मिश्रा, ऋषि चौधरी, चंदन पंडित उर्फ दीपक, रोहित चौधरी, एक्सिस बैंक के असिस्टेंट मैनेजर विकास साहू सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने देशभर में फर्जी बैंक खाते खोलने का काम किया था।

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