/sootr/media/media_files/2025/06/18/cyber-fraud-woman-kidnapping-994bada1.jpg)
Photograph: (THE SOOTR)
Cyber Fraud : जबलपुर में साइबर ठगी का एक मामला सामने आया है। ठगों ने लॉटरी जीतने का लालच देकर महिला से 4 लाख रुपए ठगे। महिला जबलपुर के बरगी क्षेत्र में आशा कार्यकर्ता है। ठगों ने महिला का ऐसा ब्रेन वाश किया कि उसने खुद ही अपने अपहरण की झूठी कहानी बनाने में ठगों की मदद की।आरोपी ठग ने महिला से कहा कि उसने लॉटरी जीती है और उसे सोने-चांदी के गहने मिलेंगे। इसके लिए ठग ने प्रोसेसिंग फीस और कागजी कार्यवाही के लिए पैसे भेजने को कहा। महिला ने ठग की बातों में आकर 4 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए।
पैसे मांगते-मांगते ठग ने दी पुलिस केस की धमकी
जब महिला ने ठग को पैसे देना बंद किया तो ठग ने अपनी चाल बदलते हुए महिला को डराना शुरू किया। उसने कहा कि वह (ठग) सोने के आभूषणों के साथ पकड़ा गया है और महिला का नाम भी इस केस में आया है। अगर वह और पैसे नहीं भेजेगी, तो पुलिस उसे भी गिरफ्तार कर लेगी। ठग की इन बातों से महिला बेहद डर गई और उसे लगा कि वह किसी बड़ी मुसीबत में फँस चुकी है। इसी तनाव में महिला ने घरवालों को बिना बताए 27 अप्रैल 2025 को अपना घर छोड़ दिया।
ये खबर भी पढ़ें...
कुलपति ने कुल सचिव को रखा भर्ती प्रक्रिया से बाहर, UGC की जगह अपना लागू किया स्कोर
दिल्ली-मुंबई-सूरत में भटकती रही महिला
ठग की बातों से घबराई महिला ने सोचा कि वह कहीं दूर जाकर काम करके पैसे कमाएगी और अपने गहने वापस लेगी। इसी सोच के साथ वह घर से निकलकर दिल्ली, मुंबई, सूरत जैसे शहरों में इधर-उधर घूमती रही। इस दौरान वह लगातार साइबर ठग के संपर्क में बनी रही। ठग उसे लगातार नई-नई बातें बताकर गुमराह करता रहा और महिला को विश्वास दिलाता रहा कि यदि वह उसकी बात मानेगी तो उसे उसके गहने मिल जाएंगे।
ठग के कहने पर खुद का ‘अपहरण’ दिखाने वाला वीडियो बनाकर भेजा
1 जून 2025 को जब साइबर ठग ने महिला से कहा कि अब समय आ गया है कि वह अपने घरवालों से पैसे मांगे, तो महिला ने ठग की बात मानते हुए खुद का फर्जी अपहरण दिखाने वाला एक वीडियो बनाया। इस वीडियो में वह भयभीत और बंधक जैसी अवस्था में नजर आ रही थी। महिला ने यह वीडियो ठग को भेजा, जिसे ठग ने महिला के परिजनों को भेजकर धमकी दी कि अगर जल्द पैसे नहीं भेजे गए तो उसके शरीर से अंग निकाल दिए जाएंगे और उसे मारकर बरगी या जबलपुर में फेंक दिया जाएगा।
ये खबर भी पढ़ें...
श्रीगंगानगर देश का सबसे प्रदूषित शहर, गर्मी के बाद अब प्रदूषण में भी रिकॉर्ड
परिजनों के पास धमकी भरे मैसेज और वीडियो
महिला के घरवालों को जब ये वीडियो और धमकी भरे मैसेज मिले तो वे घबरा गए। उन्होंने तुरंत बरगी थाने में संपर्क किया, जहाँ पहले से ही 4 मई को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी। अब जब मामला अपहरण और फिरौती का प्रतीत होने लगा तो पुलिस ने दिनांक 8 जून को मामला दर्ज कर लिया। अपराध क्रमांक 253/25 के तहत बीएनएस की धारा 140(1), 140(2) और 140(3) के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया और विवेचना शुरू की गई।
4 विशेष दलों ने दिल्ली, जैसलमेर व ग्रेटर नोएडा में दी दबिश
जबलपुर के पुलिस अधीक्षक श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) ने इस पूरे घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए महिला की तलाश के लिए 4 विशेष टीमें गठित कीं। इन टीमों को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समर वर्मा और एसडीओपी बरगी अंजुल अयंक मिश्रा के मार्गदर्शन में विभिन्न राज्यों में रवाना किया गया। थाना प्रभारी बरगी कमलेश चौरिया, उप निरीक्षक मुनेश कोल, संतोष पांडे और अन्य अधिकारियों को दिल्ली, जैसलमेर, उदयपुर जैसे संभावित ठिकानों पर दबिश देने के निर्देश दिए गए।
पुलिस टीम ने तकनीकी जांच और साइबर ट्रेसिंग के जरिए आखिरकार महिला का लोकेशन ग्रेटर नोएडा में ट्रेस किया। इसके बाद 16 जून को जबलपुर पुलिस की विशेष टीम ने वहां दबिश देकर महिला को सकुशल बरामद कर लिया। महिला को जबलपुर लाकर उससे गहन पूछताछ की गई तो सारा मामला खुलकर सामने आया। पुलिस को यह जानकर हैरानी हुई कि महिला अब भी यह मान रही थी कि साइबर ठग जेल में है और एक दिन उसे गहने जरूर लौटाएगा।
ये खबर भी पढ़ें...
प्यार से नाराज दादा ने मुरैना में उठाया खौफनाक कदम , बदनामी के डर से पोती को मार डाला!
विदेशी वीपीएन से भेजे गए धमकी भरे कॉल और मैसज
जांच में सामने आया है कि साइबर ठग ने परिजनों से बात करने के लिए विदेशी वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का इस्तेमाल किया, जिससे उसके लोकेशन और पहचान को ट्रेस करना मुश्किल हो गया। यह स्पष्ट करता है कि ठग साइबर अपराध के क्षेत्र में दक्ष है और संभवतः किसी संगठित गिरोह का हिस्सा है। पुलिस अब डिजिटल साक्ष्यों के माध्यम से आरोपी तक पहुँचने की कोशिश कर रही है।
अब भी ठग पर भरोसा कर रही है पीड़िता
महिला को जब उसके परिजनों को सौंपा गया तो यह बात सामने आई कि वह अब भी इस विश्वास में है कि ठग कभी जेल से बाहर आकर उसे उसके गहने लौटा देगा। महिला के इस मानसिक भ्रम को देखते हुए पुलिस और विशेषज्ञों द्वारा उसकी काउंसलिंग की जा रही है ताकि वह इस गहरी ठगी और मानसिक शोषण से उबर सके।
ये खबर भी पढ़ें...
PSC आंदोलन बाउंडओवर केस : ASI के बयान के बाद DCP जोन 3 कोर्ट कार्रवाई पर हाईकोर्ट की रोक
साइबर ठगों से सावधान रहें, किसी भी लालच में न आएं
जबलपुर पुलिस ने इस मामले को उदाहरण बनाते हुए आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति के कॉल या मैसेज के झांसे में न आएं, चाहे वे लॉटरी, इनाम या गहनों का लालच ही क्यों न दे रहे हों। किसी भी परिस्थिति में पैसे ट्रांसफर करने से पहले अपने परिजनों या पुलिस से सलाह लें। अगर संदेह हो तो 1930 साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी थाना में तुरंत शिकायत करें।
Cyber fraud | मध्यप्रदेश
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬 👩👦👨👩👧👧