/sootr/media/media_files/2025/10/17/dalit-yuvak-sarpanch-son-attack-madhya-pradesh-jeetu-patwari-2025-10-17-13-48-48.jpg)
KATNI. मध्यप्रदेश के कटनी जिले में एक दलित युवक के साथ घिनौनी हरकत करने का मामला सामने आया है। यहां सरपंच रामानुज पांडे और उसके बेटे ने युवक को घेरकर बुरी तरह पीटा। आरोप है कि सरपंच के बेटे पवन पांडे ने युवक के मुंह पर पेशाब भी किया था।
यह मामला 13 अक्टूबर को बहोरीबंद थाना क्षेत्र के मटवारा गांव में हुआ था। यह घटना तब घटी जब युवक ने अवैध खनन का विरोध किया था। इस मामले को लेकर अब कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। जानें पटवारी ने क्या कहा...
सरकार की चुप्पी पर उठाए सवाल
इस घटनाक्रम पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) ने सरकार की चुप्पी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, बीते 24 घंटे से मैं इंतजार कर रहा था कि मध्यप्रदेश सरकार इस दलित विरोधी अपराध पर अपनी चुप्पी तोड़ेगी, लेकिन सरकार शांत है। इस घटनाओं पर गृहमंत्री व सीएम मोहन यादव की चुप्पी चिंता का विषय है। उन्होंने इस शर्मनाक घटना को भाजपा की दलित विरोधी नीतियों का हिस्सा बताया है। साथ ही, पटवारी ने सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है।
गृहमंत्री @DrMohanYadav51 जी!
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 17, 2025
मैं बीते 24 घंटे से प्रतीक्षा कर रहा था कि मप्र के एक और #दलित_विरोधी आपराधिक कृत्य पर आपकी चुप्पी टूटेगी! निकृष्ट/निर्लज्ज तंत्र की नींद टूटेगी! लेकिन, सत्ता की मोटी चमड़ी फिर से निश्चिंत दिखाई दे रही है!#सीधी के बाद @ChouhanShivraj जी ने पैर धोने… pic.twitter.com/Oy6013DELY
खनन के विरोध पर दलित युवक को मिली सजा
घटना की शुरुआत उस समय हुई जब सरपंच ने ग्राम पंचायत के लिए मुरम डलवाने का काम शुरू किया था। पीड़ित युवक राजकुमार चौधरी ने आरोप लगाया कि सरपंच के बेटे पवन पांडे और उनके साथी अवैध खनन कर रहे थे।
इसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गई। साथ ही, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। साथ ही, पवन पांडे ने उसके मुंह पर पेशाब कर उसे अपमानित किया था।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया मामला
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित ने 16 अक्टूबर को थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले में सरपंच के बेटे पवन पांडे और अन्य आरोपी राम बिहारी पांडे, सतीश पांडे पर मारपीट और जातिसूचक शब्द कहने का आरोप है। आरोपियों के खिलाफ SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
एमपी में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
यह घटना मध्यप्रदेश में दलितों के खिलाफ हो रही हिंसा का नया उदाहरण बन गई है। पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जैसे कि 2023 में सीधी जिले में एक आदिवासी युवक के साथ पेशाब करने की घटना घटी थी। उस समय विधानसभा चुनाव में भी बड़ा मुद्दा बन गई थी। अब देखना यह है कि सरकार इस मामले पर कार्रवाई करती है या फिर चुप्पी साधे रहती है।