फरियाद लेकर आई महिला को कलेक्टर ने कहा नौटंकीबाज, घसीटकर बाहर कराया

दतिया कलेक्ट्रेट में एक महिला को कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े ने अपमानित किया और बाहर कराया। महिला ने जमीनी विवाद में मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन कलेक्टर ने उसे झूठा और नौटंकीबाज कहा।

author-image
Sanjay Sharma
New Update
datia collector women misbehave (2)

Photograph: (The Sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

DATIA. मध्यप्रदेश में जनता को सरकारी दफ्तरों में लगातार अपमान का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को दतिया कलेक्ट्रेट (Datia Collector ) में जनसुनवाई के दौरान एक महिला को कलेक्टर ने बाहर कर दिया। महिला ने जमीनी विवाद में मदद की गुहार लगाई थी।IAS स्वप्निल वानखेड़े ने उसे ब्लैकमेलर कहकर अपमानित किया। मामला उठने के बाद कलेक्टर सफाई देते नजर आए।

प्लॉट पर कब्जे की मांग कर रही थी महिला

दतिया की बड़ौनी नगर परिषद में रहने वाली रजनी बुधौलिया पिता से मिले प्लॉट का स्वामित्व दिलाने की मांग जिला प्रशासन से कर रही है। वह जनसुनवाई में यही मामला लेकर आई थी। उसके अधिकारियों को बताया कि कस्बे के एक व्यक्ति ने उसके प्लॉट पर कब्जा जमा लिया है। उस पर निर्माण भी शुरू कर दिया है। साल भर से वो नगर परिषद और प्रशासन के चक्कर काट रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। दो माह से जनसुनवाई में भी उसे अनसुना किया जा रहा है।

ये खबरें भी पढ़ें...

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल क्यों बोले- नेता फील्ड में कम कागजों में ज्यादा कर रहे वर्क

20 दिन पहले भी भड़के थे कलेक्टर

पिता के प्लॉट का स्वामित्व मांगती भटक रही महिला रजनी 23 सितंबर को भी कलेक्टर ऑफिस में आवेदन लेकर पहुंची थी। तब भी कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े उस पर तमतमा गए थे। उस दिन भी महिला से कहासुनी के बाद कलेक्टर ने अपने ऑफिस से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

बिलखते देख चढ़ा कलेक्टर का पारा

मंगलवार को रजनी ने जब जनसुनवाई में पहुंचकर बिलखते हुए अपनी गुहार लगाई तो कलेक्टर नाराज हो गए। उन्होंने महिला द्वारा बार –बार जनसुनवाई में आकर हंगामा खड़ा करने पर आपत्ति जताई।

कलेक्टर ने उसे न केवल झूठा और नौटंकीबाज कहा बल्कि उनके आदेश पर महिला पुलिस ने उसे घसीटकर बाहर भी कर दिया। इस बीच गुस्से में कलेक्टर ने पिता को ही महिला का पति तक कह दिया। जिससे आहत महिला हाथ जोड़कर सिसकती रह गई।

ये खबरें भी पढ़ें...

सामूहिक हड़ताल पर गए तो छुट्टी तय, बिजली कर्मचारियों के लिए फरमान

एमपी में उच्च शिक्षा विभाग के आदेश ने फीका कर दिया सैकड़ों परिवारों का त्योहार

मामला उछला तो सफाई देते आए नजर

महिला से दुर्व्यवहार और उसे घसीटकर बाहर कराने का मामला सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया। जनसुनवाई के बाद कलेक्टर मीडिया को सफाई देते दिखे। उनका कहना था उन्होंने महिला का अपमान नहीं किया।

शोर शराबा देख उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों को उसे खींचते हुए बाहर ले जाने से रोका था। महिला के प्लॉट का विवाद सिविल कोर्ट में चल रहा है, इसलिए प्रशासन इसमें कार्रवाई नहीं कर सकता।

मध्यप्रदेश जमीनी विवाद जनसुनवाई IAS स्वप्निल वानखेड़े Datia Collector
Advertisment