BHOPAL. मध्यप्रदेश सरकार की एयर एम्बुलेंस की उड़ान पर ढाई माह से विराम लगा है। साल 2024 में जोरशोर से पीएमश्री एयर एम्बुलेंस के नाम से शुरू हुई सेवा सीएम डॉ.मोहन यादव की सबसे प्राथमिकता वाली योजनाओं में शुमार है। इसके बावजूद इसके संचालन का अनुबंध खत्म होने से पहले टेंडर प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाई गई।
अनुबंध खत्म होने से जहां पुरानी कंपनी ने काम बंद कर दिया है वहीं प्रक्रिया पूरी होने में देरी से आपातकालीन सेवा रुकी हुई है। हांलाकि टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में होने की बात सामने आई है लेकिन एजेंसी चयन में विलम्ब से इस सेवा की बहाली में समय लग सकता है।
अनुबंध अवधि का नहीं रखा ध्यान
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने मार्च 2024 में पीएमश्री एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू की थी। इसके लिए जिस कंपनी से अनुबंध किया गया था वह मार्च माह में खत्म हो चुका है। इस वजह से एयर एम्बुलेंस बीते ढाई माह से विराम लगा हुआ है।
एयर एम्बुलेंस की उड़ान बंद होने से प्रदेश के कई जिलों से मरीजों को इस महत्वपूर्ण आपातकालीन सेवा का लाभ नहीं मिल रहा है। इसके पीछे एयर एम्बुलेंस सेवा के टेंडर और नई शर्तों को लेकर अधिकारी और एविएशन कंपनियों के बीच तालमेल न बनने की बात भी सामने आई है। हालांकि अब टेंडर जारी हो चुके हैं और कंपनी के चयन के बाद आने वाले दिनों में एक बार फिर एयर एम्बुलेंस मरीजों के लिए उड़ान भरने लगेगी।
ये खबर भी पढ़िए :
डिप्टी सीएम का कारनामा : दीया कुमारी ने अपने नाम करा ली बेशकीमती सरकारी जमीन; कोर्ट में सरकार की हार की पूरी इनसाइड स्टोरी
नई शर्तों के कारण टेंडर में देरी
मध्यप्रदेश सरकार की एयर एम्बुलेंस सेवा की उड़ान थमने के पीछे एक ओर टेंडर प्रक्रिया की दूरी है। वहीं एयर एम्बुलेंस को आधुनिक सुविधा और नई शर्तों के साथ चलाने की तैयारी भी वजह बनी है। एयर एम्बुलेंस ने आखिरी उड़ान 4 मई को भरी थी।
इसमें विदिशा जिले के मानोरा गांव के मरीज सुरेन्द्र लोधी को फैफड़ों की गंभीर बीमारी के चलते नागपुर पहुंचाया गया था। अब एयर एम्बुलेंस को नई सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इस सेवा के तहत अब एक हेलीकॉप्टर के साथ एक विमान भी शामिल होगा। हेलीकॉप्टर भी डबल इंजन वाला होगा जिससे अब गंभीर मरीजों को रात में भी एयर लिफ्ट किया जा सकेगा।
ये खबर भी पढ़िए :
टेस्ट में फेल होने के बावजूद सरकारी मेडिकल कॉलेजों को मान्यता, 4 महीने बाद रिव्यू
तीन साल के लिए होगा अनुबंध
एयर एम्बुलेंस सेवा की शुरूआत के समय प्रदेश सरकार ने एविएशन कंपनी से एक साल का अनुबंध किया था। इस इसके लिए अनुबंध की समयावधि बढ़ाकर तीन साल कर दी गई है। अब एविएशन कंपनी को तीन साल तक एयर एम्बुलेंस सेवा का संचालन करना होगा।
यदि कंपनी संतुष्टि के साथ यह दायित्व संभालती रही तो उसके अनुबंध को एक साल का एक्सटेंशन भी मिलेगा। वहीं एयर एम्बुलेंस में 24 घंटे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ भी तैनात रहेंगे।
ये खबर भी पढ़िए :
MP News: भोपाल में मंथन से निकले विधानमंडल की बेहतरी के सुझाव
62 मरीजों को किया था एयर लिफ्ट
पीएमश्री एयर एम्बुलेंस सेवा ने प्रदेश के कई जिलों से मरीजों को गंभीर हालत में एयर लिफ्ट कर उच्च स्तरीय उपचार सुविधा वाले अस्पतालों में भर्ती कराया है। पहले साल में ही इस सेवा का लाभ प्रदेश के 62 मरीजों को मिला है जिसमें सबसे ज्यादा 19 मरीज रीवा जिले से एयर लिफ्ट किए गए।
इसके अलावा जबलपुर से 11, भोपाल से 8, छतरपुर से 6, ग्वालियर से 3, बालाघाट, इंदौर और पन्ना से 2-2, बैतूल, कटनी, नरसिंहपुर, सतना, उज्जैन और विदिशा जिले से एक-एक मरीज को एयर लिफ्ट कर उच्च स्तरीय उपचार उपलब्ध कराया गया है।
ये खबर भी पढ़िए :
अधूरे ग्लोबल स्किल पार्क की छत से रिस रहा पानी, सरकार तक पहुंची शिकायत
एयर एम्बुलेंस आयुष्मान पर निशुल्क
पीएमश्री एयर एंबुलेंस योजना के तहत आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों को निशुल्क एयर लिफ्ट करने की व्यवस्था होगी। सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की चिंता को देखते हुए यह प्रावधान किया है। वहीं सक्षम मरीज आपात स्थिति में शुल्क चुकाकर जीवनरक्षा के लिए इस सेवा का लाभ ले पाएंगे।
ऐसे मरीजों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट करने पर प्रति घंटे 1.94 लाख रुपए जबकि विमान यानी फ्लाइंग एम्बुलेंस से एयर लिफ्ट करने पर 1.78 लाख रुपए चुकाने होंगे।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧👩