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लेखक -हेमंत शर्मा (संपादक, प्रजातंत्र)
MP News : शुक्रवार की रात इंदौरी विधायक गोलू शुक्ला के बिगड़ैल बेटे रुद्राक्ष शुक्ला ने सत्ता मद में चूर होकर मालवा-निमाड़ के सबसे प्रतिष्ठित देवास के चामुंडा मंदिर में जो तांडव मचाया था उसकी परिणति विधायक पुत्र के खिलाफ एफआईआर के रूप में सामने आई है। मंगलवार को विधायक पुत्र थाने पहुंचे, जमानत ली और फरियादी पुजारी पिता-पुत्र को शाल-श्रीफल-नगद नेग देकर उनसे ‘मां चामुंडा की जय’ भी करवा ली।
आपसे कौन लड़ सकता है विधायकजी?
विधायकजी, आपसे कौन लड़ सकता है? जिसके बेटे को आशीर्वाद देने स्वयं मां चामुंडा को अपने मंदिर के द्वार खोलने पड़े हों उसके पुजारी की भला क्या औकात? मीडिया यदि लाल-नीली बत्ती लगी गाड़ी के फूटेज नहीं दिखाता, विधायक पुत्र के मंदिर-दर्शन के फोटो बाहर नहीं आते, इसी पुत्र के पुराने किस्से याद नहीं किए जाते तो देवास पुलिस का काम कितना आसान हो जाता।
विधायकजी का जलवा भी देखिए
आपका जलवा देखिए कि एक सख्त प्रशासक मुख्यमंत्री और ईमानदार पुलिस महानिदेशक के होते हुए देवास की पुलिस को यह मानने में दो दिन लग गए कि आपके पुत्र मंदिर पहुंचे भी थे। अगले कुछ दिनों में पुलिस आपके पुत्र के खिलाफ अदालत में एक चालान पेश कर औपचारिकता भी पूरी कर ही लेगी लेकिन यकीन मानिएगा देवास पुलिस के इन रीढ़विहीन पुलिस अधिकारियों पर जो कलंक लगा है उसे वे जीवन भर नहीं धो पाएंगे।
यहां मैं फिलहाल पुलिस की संवेदनशीलता की तो बात कर ही नहीं रहा हूं जहां पीड़ित पुजारी बाप-बेटे एक पुलिस अधिकारी के कक्ष में दीवार से सटकर हाथ जोड़े खड़े दिखाई दे रहे थे और अधिकारी कुर्सी पर बैठे अपना रौब झाड़ रहा है।
खबर यह भी...विधायक पुत्र रुद्राक्ष का साथियों के साथ थाने में सरेंडर, पुजारी के पैर छूकर मांगी माफी
'थाने जाते-जाते परेशान हो गए'
ये पुलिस सिस्टम को बर्बाद करने वाले वही अधिकारी हैं जिन्होंने पीड़ित पिता-पुत्र को तीन दिन थाने बुलवाकर अपना जोर दिखाया होगा। क्यूँकि जब पुलिस गुनहगारों के साथ होती है तो सबसे पहले वह फरियाद लेकर आने वाले को इतना जलील और परेशान करती है कि दुबारा कोई मदद मांगने थाने जाने की सोचे भी ना। यहां भी यही हुआ होगा क्यूँकि एक बयान में ख़ुद पुजारी कह रहे थे कि थाने जाते-जाते परेशान हो गए हैं। ख़ैर, पुलिस को उनसे क्या? रौबदार वर्दी ने विधायक जी को पहले ही कह दिया होगा कि आप बिलकुल चिंता ना करें। यह तो मीडिया वाले पीछे पड़े है वर्ना पुजारी बाप-बेटे को तो हम माफ़ी माँगने आपके घर बाणगंगा ही भेज देते।
तो विधायक जी, बेटे का एक और चैप्टर पूरा हुआ। पुजारीजी बदल गए। क्या ही करते। शायद गाड़ी भी बदल जाए। जल्द ही हम भी फिर एक नई गाड़ी देखेंगे और एक नया मंदिर भी। आप सत्तारूढ़ दल के विधायक हैं और उस पार्टी से विधायक हैं जो देश में अकेले हिन्दू धर्म, हिंदुत्व और हिंदुओं की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है। पुजारियों की पिटाई और आधी रात के बाद मंदिर के दरवाज़े खुलवाने का सनातनी कार्य आपका बेटा नहीं करेगा तो कौन करेगा? हमें मध्य प्रदेश को जल्द से जल्द पुराने वाला यूपी-बिहार बनाना है। और यह काम आपकी अगली पीढ़ी के सहयोग के बिना कैसे पूरा होगा?
बस, एक शिकायत है। आपने देवास पहुंचने में थोड़ी देर कर दी। पुजारी थाने चला गया, मीडिया को फुटेज मिल गया और बेटे को लोगों ने गाड़ी सहित पहचान लिया। वरना सब ठीक था। अगली बार ख्याल रखियेगा कि ऐसे कोई सबूत ना बच पाए। बहुत देर कर दी सरकार आपने देवास जाते-जाते। वरना तो क्या ही होता…!
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