डीजीपी कैलाश मकवाना ने ली पुलिस अधिकारियों की क्लास, बोले- अनुशासन और प्रोफेशनलिज्म जरूरी

डीजीपी कैलाश मकवाना ने पुलिस मुख्यालय भोपाल में कानून-व्यवस्था को लेकर बैठक की। इस दौरान उन्होंने पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार, साइबर अपराध, समेत तमाम मुद्दों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

author-image
Sandeep Kumar
New Update
dgp-kailash-makwana

Photograph: (thesootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

BHOPAL. पुलिस मुख्यालय भोपाल में डीजीपी कैलाश मकवाना ने कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और प्रशासनिक सुधारों पर समीक्षा बैठक की। डीजीपी कैलाश मकवाना ने कहा कि पुलिस संगठन की कार्यशैली में निरंतर सुधार और अपग्रेडेशन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था केवल अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं है, बल्कि पुलिस की जिम्मेदारी समाज में शांति, विश्वास और सुरक्षा का वातावरण बनाए रखना भी है।

इस बैठक में प्रदेश के सभी जोनल आईजी, डीआईजी, एसपी और विभिन्न शाखाओं के प्रमुख अधिकारी शामिल हुए। डीजीपी ने पुलिस कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी और बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए।

ये भी पढ़ें...DGP कैलाश मकवाना ने SI भर्ती की जानकारी डाली और युवाओं का आयुसीमा, पद पर फूट पड़ा गुस्सा

पुलिस विभाग में भर्ती प्रक्रिया शुरू

डीजीपी ने यह भी बताया कि पुलिस विभाग में खाली पदों की पूर्ति के लिए 8500 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, नक्सल समस्या के समाधान के लिए भी अच्‍छी कार्यवाही की गई है, जिससे स्थिति में सुधार देखने को मिला है।

ये भी पढ़ें...नशे के खिलाफ डीजीपी कैलाश मकवाना का कड़ा कदम, हॉस्टल्स में बनेगी विशेष कमेटी

अनुशासन और प्रोफेशनलिज्म पर जोर 

डीजीपी ने कहा कि पुलिस कार्य का आधार अनुशासन, व्यवहारिक संतुलन और प्रोफेशनलिज्म होना चाहिए। थाना स्तर पर आम जनता से संवाद करते समय संयम, धैर्य और संवेदनशीलता प्रदर्शित करने के साथ त्वरित कार्यवाही की जाए। इससे पुलिस का मानवीय चेहरा समाज के सामने आएगा और नागरिकों का विश्वास बढ़ेगा।

ये भी पढ़ें...DGP कैलाश मकवाना बोले- पुलिस में 19 हजार पद खाली, कैडर मिसमैनेजमेंट के चलते DSP से SP नहीं बन पाए

पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार की जरुरत 

कैलाश मकवाना ने वीवीआईपी कार्यक्रमों के दौरान सतर्कता बनाए रखने, संवेदनशील मामलों में तत्काल और निष्पक्ष कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। साथ ही साइबर अपराध, नक्सल गतिविधियों, और नशीले पदार्थों के नेटवर्क के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने पर विशेष जोर दिया। उनका कहना था कि इन क्षेत्रों में योजनाबद्ध रणनीति अपनाई जाए, ताकि अपराध पर नियंत्रण किया जा सके।

पुलिस अधिकारियों को कड़ा कदम उठाने की सलाह

मकवाना ने बैठक में साइबर अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी, सड़क सुरक्षा और महिला अपराध पर भी चर्चा की । डीजीपी ने इन समस्याओं से निपटने के लिए पुलिस अधिकारियों को कठोर कदम उठाने की सलाह दी। महिला सुरक्षा और सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स से संबंधित अपराधों को लेकर भी पुलिस अधिकारियों को संवेदनशील और त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।

पुलिस व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश 

डीजीपी ने पुलिस व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। उन्होंने स्टाफ ऑडिट की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने और फोर्स के प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, सिंहस्थ 2028 जैसे बड़े धार्मिक आयोजन की तैयारियों को अभी से शुरू करने पर बल दिया, ताकि सुरक्षा, यातायात नियंत्रण और भीड़ प्रबंधन पर पहले से मजबूत रणनीति तैयार की जा सके।

डिजिटल प्लेटफार्म्स को सशक्त करने के निर्देश

डीजीपी ने डायल-112, सीसीटीएनएस और जनसुनवाई पोर्टल को सशक्त बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि जनता की शिकायतों पर तत्काल और निष्पक्ष प्रतिक्रिया मिलनी चाहिए।

ये भी पढ़ें...MP IPS Transfer: मध्यप्रदेश में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, 6 आईपीएस-रापुसे अधिकारियों के हुए तबादले

पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ाने की आवश्यकता 

डीजीपी मकवाना ने कहा कि पुलिस का कर्तव्य केवल अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था बनाए रखना नहीं है। आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास, पारदर्शिता और सकारात्मक छवि स्थापित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

डीजीपी कैलाश मकवाना मध्यप्रदेश पुलिस कार्यप्रणाली महिला सुरक्षा साइबर अपराध भोपाल
Advertisment