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Photograph: (THESOOTR)
BHOPAL. एमपी में धनतेरस: मध्यप्रदेश में दीपोत्सव की शुरुआत उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से हुई। शनि प्रदोष और धनतेरस के पावन संयोग पर महापूजा आयोजित की गई, और इसके साथ ही पूरे प्रदेश में धनतेरस की धूम मच गई।
धनतेरस पर्व पर व्यापारियों और ग्राहकों की खरीदारी से बाजार गुलजार हो गए। विशेषकर इंदौर, ग्वालियर और भोपाल में इस दिन का असर साफ देखने को मिला।
इंदौर में 500 करोड़ का वाहन कारोबार
धनतेरस के मौके पर इंदौर में वाहन की डिमांड रही। इस मौके पर वाहनों की बिक्री का रिकॉर्ड टूटा। यहां पर 4,000 कारें और 11,000 से ज्यादा टू-व्हीलर बिके, जिनकी कुल कीमत 500 करोड़ रुपए से ज्यादा रही।
शहर के कई प्रमुख डीलरों ने इस दिन को खास बनाने के लिए खास डिस्काउंट ऑफर किए थे, जिससे ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ी। बर्तन की दुकान को 44 फीट तक सजाया गया, जिसमें आकर्षक ऑफर्स की झड़ी लगी हुई थी।
इंदौर में इस दिन का खास महत्व था, जहां लोग धनतेरस पर वाहन और बर्तन खरीदने की परंपरा निभाते हैं। इससे शहर के व्यापारिक गतिविधियों में भी जोरदार उछाल आया और स्थानीय व्यापारियों को फायदा हुआ।
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भोपाल में लग्जरी प्रॉपर्टी की डिमांड
भोपाल में इस धनतेरस पर खासतौर से लग्जरी प्रॉपर्टी की डिमांड काफी बढ़ी। शहर में विभिन्न रियल एस्टेट डेवलपर्स ने शानदार प्रॉपर्टीज के ऑफर दिए, जिससे खरीदारों का उत्साह और बढ़ गया। यह पहली बार नहीं था जब भोपाल में इस तरह की डिमांड देखी गई हो। कई बड़े और मंहगे इलाकों में प्रॉपर्टी खरीदने की होड़ देखी गई।
भोपाल में प्रॉपर्टी की डिमांड के चलते कुछ प्रमुख रियल एस्टेट कंपनियों ने बड़े ऑफर और डिस्काउंट की घोषणा की थी, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इनका हिस्सा बने। इसने संपत्ति बाजार को एक नई गति दी और धनतेरस के अवसर पर काफी निवेश हुआ।
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ग्वालियर में सराफा बाजार में चमक
धनतेरस के दिन ग्वालियर का महाराज बाड़ा रोशनी से जगमगा उठा। यहां के सराफा बाजार में भारी भीड़ उमड़ी, जहां लोग सोने-चांदी की खरीदारी करने पहुंचे थे। सराफा बाजार हमेशा ही एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र होता है।
धनतेरस के दिन यहां खरीदारी का एक अलग ही माहौल होता है। बाजार में रौनक थी और व्यापारियों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए खास ऑफर दिए थे।
ग्वालियर में सराफा बाजार की विशेष पहचान है, जहां से लोग न केवल आभूषण बल्कि घरेलू सामान भी खरीदते हैं। इस दिन की विशेषता यह थी कि व्यापारियों ने सोने-चांदी के आभूषणों के साथ-साथ बर्तन भी बिक्री के लिए प्रस्तुत किए थे।
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मंत्री विजयवर्गीय बैठे पुश्तैनी दुकान पर
इंदौर में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी पुश्तैनी दुकान पर बैठकर ग्राहकों को सामान तौलकर दिया। उन्होंने बताया कि यह दुकान उनके माता-पिता द्वारा शुरू की गई थी और इसे वह अपने परिवार की धरोहर मानते हैं।
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धनतेरस का व्यावासिक महत्व
धनतेरस न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका व्यावासिक महत्व भी काफी है। इस दिन विभिन्न व्यापार क्षेत्रों में उछाल आता है, विशेष रूप से आभूषण, बर्तन, वाहनों और रियल एस्टेट क्षेत्रों में। इस दिन की खरीदारी न केवल व्यापारियों के लिए लाभकारी होती है, बल्कि यह आर्थिक गतिविधियों को भी गति देती है।
धनतेरस के दिन अधिकतर लोग खास सामान जैसे सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन और वाहन खरीदते हैं, जिसे वे आगामी दीवाली के त्योहार के साथ जोड़कर देखते हैं। यह परंपरा सालों से चली आ रही है, और हर साल इसकी धूम बढ़ती ही जाती है।