विधानसभा उपचुनाव के प्रचार का समय सोमवार शाम को समाप्त हो गया है, लेकिन इसके साथ ही पुराने विवाद एक बार फिर उभर आए हैं। बुदनी के भैरूंदा में, भाजपा नेता सुरेश पचौरी ने मंच से 2009 के लोकसभा चुनाव में विदिशा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रहे राजकुमार पटेल के पर्चा खारिज होने की घटना का जिक्र किया।
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पटेल ने पचौरी को भेजा लीगल नोटिस
पचौरी ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में आरोप लगाया कि पटेल ने बी-फॉर्म विवाद के शुरू होने से ठीक पहले अपने मोबाइल से मन्नू डागा (पूर्व भाजपा विधायक, अब कांग्रेस में) को दो बार कॉल किया था, जबकि भाजपा की प्रत्याशी सुषमा स्वराज उनके घर पर ठहरी हुई थीं। पचौरी ने यह भी कहा कि यदि कॉल डिटेल्स निकाली जाएं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि पटेल के साथ अन्याय हुआ या फिर उनका कुछ गुप्त समझौता था। इस बयान के बाद, पटेल ने पचौरी को लीगल नोटिस भेजा है।
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विभा पटेल ने पचौरी पर लगाए गंभीर आरोप
इसके बाद, पटेल की भाभी और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने पचौरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उन्हें धोखेबाज और गद्दार करार देते हुए कहा कि पचौरी ने ही पटेल के खिलाफ षड्यंत्र रचा था। उनका कहना था कि बी-फॉर्म देने की जिम्मेदारी पचौरी की थी, लेकिन उन्होंने जानबूझकर फर्जी फार्म पटेल को दिया।
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पचौरी ने जांच रिपोर्ट की सार्वजनिक
इस पर, पचौरी ने भोपाल में एआईसीसी के पूर्व जांच अधिकारी ऋषिकेश बहादुर की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करते हुए कहा कि राजकुमार पटेल ने असली ए और बी फॉर्म दो बार लेने के बावजूद, फॉर्म खोने का बहाना बना कर नकली बी-फॉर्म जमा कर दिया, जबकि असली फॉर्म अपने पास रखे थे।
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