प्रवर्तन निदेशालय (ED) इंदौर में तेजी से सक्रिय हो गई है और अब उसकी नजर अवैध कॉलोनियों को काटने वालों पर है। इस मामले में ईडी ने जिला प्रशासन से उन लोगों की सूची मांगी है, जिनके खिलाफ पुख्ता सबूत पाए गए हैं और जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश हाल ही में दिए गए हैं।
इतने नाम गए ईडी के पास
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर अपर कलेक्टर आईएएस गौरव बैनल ने अवैध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ जांच कर केस पंजीबद्ध किए थे। इसमें सौ से ज्यादा केस उनके कोर्ट में दर्ज हुए, जिसमें करीब दो दर्जन मामलों में सुनवाई के बाद उन्हें दोषी मानते हुए वे एफआईआर दर्ज करवा चुके हैं। अपर कलेक्टर कोर्ट से इन सभी केस की लिस्ट और आरोपियों के नाम और अन्य डिटेल ईडी को दे दी गई है।
ईडी ने पुलिस से भी मांगी केस की जानकारी
वहीं ईडी ने प्रशासन से मिली लिस्ट के अनुसार अब तक कितने केस दर्ज हुए हैं और वहीं कुछ केस नगर निगम द्वारा भी दर्ज कराए गए हैं, इन सभी की लिस्ट मांगी है और एफआईआर की कॉपी चाही गई है। कुछ जानकारी ईडी को मिल गई है, बाकी अभी और सूची का ईडी इंतजार कर रही है।
क्यों मांग रही है ईडी यह जानकारी
अवैध कमाई सबसे ज्यादा जमीन में और फिर गोल्ड में लग रही है। वहीं अवैध कॉलोनी काटकर भी लोग जो कमाई कर रहे हैं वह अवैध है और मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में आती है। ऐसे में इन पर भी पीएमएलए लागू होता है। इसी के चलते ईडी ने इन सभी केस की जानकारी ली है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस कॉलोनी से कितनी अवैध कमाई की जा रही है। इस कमाई के बराबर आरोपियों की संपत्ति सीज की जाएगी और मनी लॉन्ड्रिंग का केस चलाया जाएगा। इसलिए इसकी तैयारी की जा रही है। इसमें बिक्री करने वालों के साथ ही खरीदी करने वाले भी उलझेंगे।
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