खरगोन।
जिले के मेनगांव स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय को अखाड़ा बनाने वाली प्राचार्य प्रवीण दाहिया व लाइब्रेरियन मधुरानी को निलंबित कर दिया गया। तीन दिन पहले दोनों महिलाओं ने एक-दूसरे की चोटी पकड़कर की खूब मारपीट की थी। उनका ये "दे-दनादन" वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। जो चर्चा का विषय बना। जिला कलेक्टर भव्या मित्तल ने इसे गंभीरता से लिया। इसके बाद यह कड़ा कदम उठाया गया।
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एनईएसटीएस आयुक्त ने किया निलंबन
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भारत सरकार के स्वायत्त संस्थान नेशनल एजुकेशन सोसायटी फॉर ट्राईबल स्टूडेंट(एनईएसटीएस) के अधीन है। इसका संचालन राज्य शासन के जनजातीय कार्य मंत्रालय के सहयोग से किया जाता है। स्कूल में द्वितीय श्रेणी के अधिकारी सीधे एनईएसटीएस और अन्य कर्मचारी राज्य शासन के अधीन आते हैं।
इसके चलते,घटना संज्ञान में आने पर खरगोन जिला कलेक्टर भव्या मित्तल ने संबंधित अधिकारियों को दो अलग-अलग प्रतिवेदन भेजकर भेजकर इनके निलंबन की सिफारिश की थी। इसके आधार पर एनईएसटीएस नई दिल्ली के आयुक्त अजीत कुमार श्रीवास्तव ने मंगलवार को प्राचार्य व राज्य सरकार ने लाइब्रेरियन को निलंबित करने के आदेश जारी किए। निलंबन के दौरान दोनों महिला कर्मी इंदौर सहायक आयुक्त कार्यालय में कार्यरत रहेंगी। यहां इनकी बैठक व्यवस्था अलग-अलग कक्षों में की गई है।
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चोटी पकड़कर हुई थीं गुत्थम-गुत्था
ईगो और कार्य विभाजन को लेकर महिला प्राचार्य प्रवीण दाहिया व लाइब्रेरियन मधुरानी के बीच तीन दिन पहले जमकर मारपीट हुई। दोनों एक-दूसरे की चोटी पकड़कर गुत्थम-गुत्था हो गईं थीं। एक-दूसरे को तमाचे भी मारे। शुरुआत प्राचार्य ने की। उन्होंने पहले झगड़े की वीडियो बना रही लाइब्रेरियन को तमाचा जड़ा व उसका मोबाइल फोन तोड़ने की गरज से इसे छीनकर दो बार जमीन पर दे मारा।
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प्राचार्य का बेटा बना रहा था झगड़े का वीडियो
मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। लाइब्रेरियन और प्राचार्य खुद भी वीडियो बना रही थी और दो अन्य लोग जिसमें प्राचार्य का पुत्र और एक अन्य टीचर भी था, घटनाक्रम को रिकॉर्ड कर रहे थे। बाद में दोनों ने मेनगांव थाने में एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट भी कराई।
दोनों को आईं थी चोटें
दोनों को चोटें भी आई थी और वे जिला अस्पताल में भर्ती हो गई थी। जिला कलेक्टर भव्या मित्तल ने मामले का पता चलने पर दोनों को असिस्टेंट कमिश्नर जनजाति कार्य विभाग के कार्यालय में अटैच कर दिया था। इस घटना के एक दिन पूर्व ही जिला कलेक्टर भव्या मित्तल और अन्य अधिकारियों ने स्कूल का दौरा किया था। इस घटना की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हुई थी।
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