इंदौर में प्लॉट पर कब्जे की शिकायत लेकर नंगे पैर लोट लगाकर जनसुनवाई में पहुंचे बुजुर्ग दंपत्ति
इंदौर में जनसुनवाई के दौरान एक दंपत्ती कलेक्टर कार्यालय में तपती गर्मी में लोट लगाते हुए पहुंचे। पीड़ित का आरोप है कि तेजाजी नगर में उनके प्लॉट पर पीछले दो सालों से शेखर बेला और गोलू बोराने ने कब्जा कर रखा है।
इंदौर में मंगलवार को कलेक्टर आशीष सिंह की जनसुनवाई में एक अजीब मामला सामने आया। यहां पर बुजुर्ग दंपत्ति अपने प्लॉट पर हुए कब्जे की शिकायत लेकर जमीन पर लोट लगाते हुए पहुंचे। दिन में 41 डिग्री तापमान में दोनों कलेक्टर से न्याय की आस में नंगे पैर पहुंच गए। वे पिछले दो साल से कब्जा हटवाने को लेकर आवेदन लेकर पुलिस और प्रशासन दोनों के पास पहुंच रहे थे, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा था। इसके चलते दोनों ने न्याय की गुहारे लगाने को लेकर यह रास्ता चुना।
तेजाजीनगर के प्लॉट पर दो साल से कब्जा
इंदौर में जनसुनवाई के दौरान एक दंपत्ती कलेक्टर कार्यालय में तपती गर्मी में लोट लगाते हुए पहुंचे। पीड़ित का आरोप है कि तेजाजी नगर में उनके प्लॉट पर पीछले दो सालों से शेखर बेला और गोलू बोराने ने कब्जा कर रखा है। उनके द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है। लंबे समय से करवाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसलिए ऐसे आए हैं। पुलिस और अधिकारियों द्वारा पिछले 2 सालों से मामले को टाला जा रहा था। कई बार कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट चुके हैं। अब काम नहीं हुआ तो सीएम के पास भी ऐसे ही लोट लगाते हुए जाएंगे।
इंदौर का सबसे गर्म दिन मंगलवार रहा है। इस दौरान दिन का तापमान लगभग 41 डिग्री तक पहुंच गया था। भीषण गर्मी में एक बुजुर्ग दंपती प्लॉट पर कब्जे की शिकायत लेकर कलेक्टर ऑफिस पहुंचे। वे इतने दुखी और परेशान थे कि कलेक्टोरेट के मेन गेट से पोर्च तक लोट लगाकर पहुंचे। बाहर खड़े पुलिसकर्मियों और लोगों ने उन्हें समझाइश दी तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। दंपती का कहना था कि बहुत हो चुका। हमारी कहीं सुनवाई नहीं होती। हम लेटकर ही अंदर जाएंगे और कलेक्टर से गुहार लगाएंगे।
दंपती की पीड़ा यह थी कि वे दो साल चक्कर काटकर परेशान हो गए हैं। अब गुहार का यही तरीका बचा है ताकि किसी तरह उन्हें न्याय मिल सके। पुलिसकर्मियों ने काफी देर तक उन्हें समझाया कि वे अंदर जाए लेकिन इस तरीके से नहीं। इसके बाद वे मुश्किल माने और चलकर अंदर गए।
हालांकि जब वे अंदर पहुंचे तो कलेक्टर आशीष सिंह नहीं थे। दंपती ने वहां अधिकारियों को शिकायत की। अधिकारियों ने बताया कि मामला पुलिस से संबंधित है लेकिन पुलिस-प्रशासन द्वारा हरसंभव उनकी मदद की जाएगी। उन्हें गुरुवार तक का आश्वासन दिया। इसके बाद वे रवाना हुए। बहरहाल, मामला पुलिस को रेफर किया जा रहा है।
तेजाजी नगर थाना टीआई आदित्य सिंघानिया ने बताया कि रामचरण बागवान दंपती का मामला मेरी जानकारी में है। उन्होंने इस मामले में कुछ समय पहले शिकायत की है। जिसकी जांच की जा रही है। इसमें कॉलोनाइजर और धमकाने वाले दोनों व्यक्तियों से भी पूछताछ कर उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।