फोन पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर बन इटावा एसएसपी पर बना रहा था दबाव, पुलिस ने दबोचा
मोबाइल पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर बनकर उत्तर प्रदेश के इटावा एसएसपी को फोन करना एक युवक को भारी पड़ गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से फर्जी पुलिस आईकार्ड भी बरामद किए गए है।
उर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह की फर्जी प्रोफाइल बनाकर एक युवक उत्तरप्रदेश के डिप्टी सीएम और इटावा एसएसपी को फोन कर दबाव बना रहा था। जांच के दौरान यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। पुलिस ने इटावा से आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। इस युवक के पास से एसपीजी व पुलिस का नकली आईडी कार्ड भी मिला है।
इस युवक ने ट्रूकालर ऐप का इस्तेमाल करके अपना एक फर्जी प्रोफाइल तैयार किया और खुद को मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बताया। इसके बाद, उसने इटावा के एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से संपर्क किया और अपने भाई लोकेंद्र सिंह उर्फ शिवम के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले में दबाव डालने की कोशिश की। शक होने पर पुलिस ने जांच के बाद युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
यूपी के डिप्टी सीएम से करवाया एसएसपी को फोन
इटावा के सहसो पिरौली गढिया निवासी अंकित सिंह परिहार द्वारा अपने मोबाइल में ट्रूकालर ऐप का इस्तेमाल करते हुए पहले तो मध्यप्रदेश के ऊर्जामंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के नाम की फर्जी आईडी बनाई। इसके बाद उसने सबसे पहले यूपी डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को फोन कर खुद को उर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर बताया। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री के नाम से आ रहे इस फोन को डिप्टी सीएम ने गंभीरता से लेते हुए इटावा एसएसपी को इस मामले की सिफारिश भी कर दी।
आरोपी अंकित ने अपने भाई लोकेंद्र सिंह उर्फ शिवम को आपराधिक प्रकरण से बाहर निकलवाने के लिए इटावा एसएसपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव को भी ऊर्जा मंत्री के नाम से फोन किया। यहां भी उसके द्वारा एसएसपी पर आपराधिक मामले से भाई का नाम हटाने व बीट गार्ड को बदलने की बात एसएसपी से की।
फोन पर ऊर्जा मंत्री को कार्रवाई का भरोसा देने के बाद एसएसपी ने इस फोन नंबर की जांच करवाई, जिसके बाद पूरा मामला साफ हो गया। पुलिस ने फोन लोकेशन ट्रेस कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
ऊर्जामंत्री के नाम पर युवक के फर्जीवाड़े को ऐसे समझें
फर्जी पहचान का मामला: आरोपी अंकित सिंह परिहार ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की फर्जी पहचान बना कर यूपी के डिप्टी सीएम और इटावा के एसएसपी को फोन किया।
भाई को बचाने की कोशिश: आरोपी ने अपने भाई के खिलाफ आपराधिक मामले से छुटकारा पाने के लिए पुलिस पर दबाव डालने की कोशिश की थी।
फर्जी दस्तावेज बरामद: आरोपी के पास यूपी पुलिस का फर्जी आई कार्ड और मप्र ऊर्जा मंत्री का फर्जी एसपीजी कार्ड बरामद हुए।
गिरफ्तारी और जांच: इटावा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और उसकी जमानत पर अब जांच की जा रही है।
पूर्व में भी विवाद: 2019 में आरोपी पर पुलिस वर्दी में इंस्टाग्राम पर प्रोफाइल डालने का मामला भी दर्ज हुआ था।
लंबे समय से कर रहा था फर्जीवाड़ा
इस मामले में पुलिस ने आरोपी अंकित सिंह परिहार को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से उत्तर प्रदेश पुलिस का फर्जी आईकार्ड, मध्यप्रदेश के ऊर्जामंत्री का फर्जी एसपीजी कार्ड बरामद किया गया है। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल आरोपी द्वारा लोगों पर रौब दिखाने व टोल टैक्स बचाने के लिए किया जाता था। पुलिस इससे पूछताछ कर रही है।
आरोपी अंकित सिंह द्वारा फर्जीवाडे़ का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी वह वर्ष 2019 में इसी प्रकार के मामले में पकड़ा जा चुका है। उस समय युवक ने पुलिस वर्दी में खुद की फोटो इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर लगाई थी, जिसे लेकर पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था।