BHOPAL. मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में अवैध नियुक्तियों और वित्तीय घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर रिटायर्ड IFS अधिकारी एवं तत्कालीन सीईओ ललित मोहन बेलवाल के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने केस दर्ज कर लिया है। बेलवाल पर आरोप है कि 2015 से 2023 के बीच राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में पद का दुरुपयोग कर बिना अनुमति अवैध नियुक्तियां की, मानदेय में अनियमित बढ़ोतरी की और बीमा योजना के नाम पर करोड़ों रुपए की हेराफेरी की।
कोर्ट के निर्देश के बाद दर्ज हुआ मामला
भोपाल की फर्स्ट क्लास कोर्ट के निर्देश के बाद आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ यानी EOW ने पूर्व IFS अधिकारी ललित मोहन बेलवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के करीबी पूर्व आईएफएस अधिकारी एलएम बेलवाल पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने 2015 से 2023 के बीच अपने पद का दुरुपयोग कर बिना अनुमति अवैध नियुक्तियां कीं और वित्तीय अनियमितताएं कीं।
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इकबाल सिंह बैंस तक पहुंचेगी जांच की आंच
माना जा रहा है कि बेलवाल पर EOW के केस दर्ज करने और जांच शुरू करने पर इसकी आंच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह तक पहुंचेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि आरोपी एलएम बेलवाल को नियुक्ति देने से लेकर उन्हें संरक्षण देने के आरोप इकबाल सिंह बैंस पर लगते रहे हैं।
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नियमों को दरकिनार कर की अवैध नियुक्तियां और करोड़ों की हेराफेरी
दर्ज किए केस के मुताबिक, जिस ह्युमन रिसोर्स गाइडलाइन के आधार पर इन नियुक्तियों को किया गया था, वह उस समय अस्तित्व में ही नहीं थी। इसके बावजूद बेलवाल ने नियमों को तोड़-मरोड़ कर कई सलाहकारों की नियुक्तियां कीं। इस घोटाले में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि बीमा योजना के नाम पर 81,647 महिलाओं से 300 रुपए प्रति व्यक्ति वसूले गए, लेकिन किसी को भी बीमा पॉलिसी नहीं दी गई। इस तरह कुल 1.73 करोड़ रुपए का गबन किया गया।
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प्रमुख सचिव को सौंपी गई विस्तृत जांच रिपोर्ट
आईएएस अधिकारी नेहा मारख्या ने प्रमुख सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी जिसमें इन अनियमितताओं का खुलासा हुआ। रिपोर्ट के आधार पर EOW ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। मामले में शिकायतकर्ता राजेश कुमार मिश्रा की शिकायत के आधार पर प्रारंभिक जांच के बाद मामला दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि आईएफएस अधिकारी एलएम बेलवाल ने अपने प्रभाव का बेजा इस्तेमाल कर अपने करीबियों को विभिन्न पदों पर नियुक्त किया और वित्तीय लाभ उठाया।
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