इंदौर में प्राइमरी एवं मिडिल शिक्षा परीक्षा का आयोजन शनिवार को किया गया। जिसमें जांच दल ने एक मुन्नाभाई को पकड़ा है। इसने अपने ही दोस्त की जगह परीक्षा देने के नाम पर एक लाख रुपए में सौदा किया था। पर्यवेक्षक ने जब चेकिंग की तो फोटो मिलान नहीं हो पाया। इस पर पुलिस को सौंप दिया तो मुन्नाभाई ने सारी घटना कबूल ली।
कोचिंग संस्थान और दलाल को लेकर भी हो रही जांच
प्राइमरी एवं मिडिल शिक्षा परीक्षा में पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थी मुन्ना भाई के मामले में पुलिस कोचिंग संस्थान और दलाल के संबंध में भी पड़ताल कर रही है। पलासिया टीआई मनीष मिश्रा के मुताबिक इस्लामिया कारिमिया कॉलेज के केंद्र अध्यक्ष पर्यवेक्षक द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई है।
यह खबर भी पढ़ें...AICTSL के बोर्ड में महापौर, कलेक्टर, निगमायुक्त, फिर भी होगी कुर्की
दोस्त का रोल नंबर लेकर पहुंचा परीक्षा देने
कॉलेज में शनिवार को प्राइमरी एवं मिडिल शिक्षा परीक्षा 2024 की परीक्षा आयोजित की गई थी केंद्र अध्यक्ष के मुताबिक जांच के दौरान केंद्र से आरोपी मनोज कुमार पुत्र सुनील कुमार प्रजापत निवासी ग्राम तोड़ी मुरैना को पकड़ा है। मनोज रोल नंबर 6004250726373 से छात्र अंकुर सिंह निवासी ग्राम टोली मुरैना की जगह पर परीक्षा देने पहुंचा था।
यह खबर भी पढ़ें...लीक हुआ ओपन परीक्षा में 10वीं का पेपर, 3 निलंबित
फोटो मिलान नहीं होने से पकड़ में आया
केंद्र अध्यक्ष के मुताबिक मनोज और अंकुर दोनों के फोटो का मिलान नहीं हो रहा था। इस पर उन्हें शंका हुई तो पूछताछ की। इसके बाद जब मनोज की असलियत पता चली तो केंद्र पर पुलिस को बुलाया गया। शनिवार रात पुलिस ने मनोज को फर्जी तरीके से परीक्षा देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
यह खबर भी पढ़ें...FORTUNE के मिलावटी राईस ब्रान ऑइल 1 लाख रू. जुर्माना, बिग बाजार बेच रहा था मिस ब्रांडेड मल्टीग्रेन ब्रेड
कोचिंग में साथ पढ़ते हैं दोनों
टीआई के अनुसार आरोपी ने बताया कि अंकुर उसके साथ ही कोचिंग में पड़ता है। उसने परीक्षा देने के लिए कहा था। इसके एवज में दोनों के बीच 1 लाख रुपए में डील हुई थी। जिसके लिए मनोज को अंकुर की जगह परीक्षा देनी थी। घटना के बाद से अंकुर फरार चल रहा है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
यह खबर भी पढ़ें...पहलगाम आतंकी हमला: इंदौर के 18 समेत MP के 229 पाकिस्तानियों को कल तक छोड़ना होगा भारत