संजय गुप्ता. INDORE. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लगातार राजस्व अधिकारियों पर लगाम की बात कर रहे हैं। हाल ही में राजगढ़ में कहा था कि पटवारी कलेक्टर का बाप बन जाता है, हाथ नहीं आता है हमने ऑनलाइन नामांतरण की व्यवस्था कर दी। मंगलवार को उसी लहजे में कलेक्टर आशीष सिंह भी रहे और अधिकारियों की बैठक में सभी को दो टूक कह दिया कि किसी भी राजस्व अधिकारी का फीडबैक सही नहीं है, एक आखरी बार समझा रहा हूं, खुद को सुधार लो।
ये बोले कलेक्टर सिंह
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि लगातार फीड बैक आ रहा है कि राजस्व के कामों में परेशानी हो रही है। किसी भी अधिकारी का जो मैं कह सकूं कि यह बेहतर काम कर रहा है, ऐसा फीडबैक नहीं आ रहा है। मैं लगातार सभी को समझाइश दे रहा हूं। यह आखरी मौका है, इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो फिर सख्त कार्रवाई होगी।
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ऐसा क्यों कहा कलेक्टर ने
कलेक्टर ने राजस्व कामों में आ रही शिकायतों को देखते हुए हाल ही में सभी अपर कलेक्टर को निर्देश देकर तहसील का औचक निरीक्षण कराया था। इसमें दो बड़ी खामियां पाई गई।
- तहसील कोर्ट में बराबर तारीख नहीं लग रही है। जबकि आदेश है कि लगातार सुनवाई की जाए और क्रम से प्रकरण सुने जाएं। लेकिन किसी केस में तारीख जल्दी-जल्दी लग रही है तो कहीं पर एक सुनवाई के बाद केस को लंबे समय के लिए लंबित रख दिया गया है। राजस्व कोर्ट बराबर नहीं चल रहे हैं।
- राजस्व केस में पटवारी और आरआई की रिपोर्ट लगाने में भी गलतियां हो रही है। किसी केस में लग रही है तो कहीं पर यह रिपोर्ट ही नहीं है और केस चल रहा है।
कलेक्टर बोले रिपोर्ट पूरी आने के बाद होगी एक्शन
कलेक्टर सिंह ने द सूत्र से बात करते हुए बताया कि सभी अपर कलेक्टर से उनकी औचक निरीक्षण की रिपोर्ट मांगी है जो इसी सप्ताह आ जाएगी। इसमें जिस अधिकारी की कोर्ट में भारी लापरवाही, गलतियां नजर आएंगी, उनके खिलाफ विभागीय जांच या अन्य कार्रवाई की जाएगी।