/sootr/media/media_files/2025/01/26/BtELQxPO8gBvr3EhALw4.jpg)
हर सोमवार को सागर की लाखा बंजारा झील के किनारे स्थित चकराघाट पर गंगा आरती का आयोजन होता है। इस बार यह आयोजन पहले से कहीं अधिक भव्य और आकर्षक होने जा रहा है। इस अवसर पर एक खास कार्यक्रम ‘ताल दरबार’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 30 से अधिक तबलावादक अपनी प्रस्तुति देंगे। यह कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का एक प्रयास है, बल्कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
सागर नगर निगम के आयुक्त सह कार्यकारी निदेशक राजकुमार खत्री ने जानकारी दी कि गंगा आरती से पहले सोमवार शाम 5 बजे से ताल दरबार का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 और नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम से सागर के नागरिकों को जोड़ना और जागरूक करना है।
ताल दरबार में भारतीय संगीत का अद्भुत संगम
ताल दरबार कार्यक्रम में भारतीय संगीत के महत्वपूर्ण वाद्य यंत्र तबला की आकर्षक प्रस्तुति दी जाएगी। सागर के आदर्श संगीत महाविद्यालय के 30 से अधिक तबलावादक एक साथ मंच पर तबला वादन करेंगे। यह प्रस्तुति न केवल संगीत प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन अनुभव होगी, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति नागरिकों को जागरूक करने का भी एक प्रयास होगी।
गंगा आरती का महत्व और सांस्कृतिक धरोहर
चकराघाट पर आयोजित गंगा आरती का एक ऐतिहासिक महत्व है। यह कार्यक्रम हर सोमवार को यहां की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बन चुका है। लोग इस आरती को देखने और उसमें भाग लेने के लिए दूर-दूर से आते हैं। इस बार गंगा आरती को ताल दरबार के साथ जोड़कर और भी भव्य बनाने का प्रयास किया गया है।
स्वच्छता के संदेश के साथ जुड़ें नागरिक
ताल दरबार का आयोजन स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 और नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के उद्देश्यों के तहत किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करना है। इसके जरिए नगर निगम यह संदेश देना चाहता है कि स्वच्छता केवल एक शारीरिक आवश्यकता नहीं, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और सामाजिक जिम्मेदारी भी है।
सागर के नागरिकों के लिए एक सुनहरा अवसर
यह आयोजन सागर के नागरिकों के लिए एक सुनहरा अवसर है, क्योंकि इसमें शामिल होकर वे न केवल भारतीय संगीत की संस्कृति से परिचित होंगे, बल्कि वे स्वच्छता जागरूकता में भी सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे। यह आयोजन सागर शहर को और भी सुंदर और स्वच्छ बनाने की दिशा में एक कदम साबित हो सकता है।
ताल दरबार: सागर की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बनेगा
ताल दरबार आयोजन के माध्यम से सागर की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलेगा। इस तरह के कार्यक्रम शहर की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने का काम करते हैं। साथ ही, यह आयोजन नागरिकों में एकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी बढ़ावा देगा।
नागरिकों को जुड़ने का एक अनोखा तरीका
स्वच्छता जागरूकता अभियान को सागर के नागरिकों तक पहुंचाने के लिए इस बार ताल दरबार के साथ गंगा आरती का आयोजन किया जा रहा है। यह एक अनोखा तरीका है, जिसमें संगीत और संस्कृति के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है।
सागर का पर्यटन बढ़ेगा
ताल दरबार और गंगा आरती का संयोजन सागर के पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगा। यह आयोजन न केवल स्थानीय निवासियों के लिए, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।
ये खबर भी पढ़िए...सागर में गणतंत्र दिवस का आयोजन, मंत्री प्रहलाद पटेल ने फहराया तिरंगा
ये खबर भी पढ़िए...जीतू यादव पर पुलिस की मेहरबानी पर विधायक मालिनी गौड़ के पुत्र एकलव्य का तंज