Gwalior Firing Case : दुश्मनों को फंसाने के लिए 2 लाख रुपए में डील कर युवक ने खुद को मारी गोली

ग्वालियर गोलीकांड में पुलिस ने दो फर्जी मामलों का खुलासा किया है। पहला एक युवक ने दो लाख रुपए लेकर खुद को गोली मारकरी, वहीं दूसरा युवक ने दुश्मन को फंसाने के लिए रुपए दिए थे।

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Amresh Kushwaha
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Gwalior Firing Case
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Gwalior Firing Case: हत्या के प्रयास केस में फरियादी राजीनामे को राजी नहीं हुआ तो गुंडे ने जेल के अंदर से उसे फंसाने की साजिश रची। भिंड के बदमाश से 2 लाख रुपए में डील की वह खुद को गोली मारेगा और दुश्मनों के नाम हमला करने में बताएगा। ठेका लेकर बदमाश ने अपने पेट में गोली तो मारी, लेकिन फुलप्रूफ कहानी नहीं बना पाए। उनकी चाल पुलिस भांप गई। घटना की कड़ियां जोड़ी तो राज खुल गया।

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क्या है पूरा मामला

9 जुलाई की रात 11 बजे जॉनी बाथम निवासी ग्वालियर के भिंड ने पुलिस को फोन कर बताया था दोस्त मनीष उर्फ एटीएम बाथम निवासी मिहोना (भिंड) को दो लोग पेट में गोली मार गए हैं। मनीष की हालत गंभीर है उसे वह जेएएच ले जा रहा है। दो दिन बाद हालत सुधरने पर मनीष ने बताया रोहन और उसका पिता मुकेश प्रजापति बाइक एमपी 07 एमव्ही 1932 से आए थे। उसे गोली मारकर भाग गए।

फरियादी बोला जेल से मिली धमकियां

पुलिस ने बताया फायरिंग में रोहन और मुकेश को ढूंढा। दोनों घर पर मिले। दोनों ने बताया 9 जुलाई की रात को तो घर से बाहर भी नहीं निकले थे। पूछताछ में मुकेश ने बताया कुछ समय पहले कोटेश्वर निवासी लाखन राठौर से पैसों के लेनदेन पर झगड़ा हुआ था। लाखन ने उन पर गोली चलाई थी।

फिलहाल लाखन जेल में बंद है। वह राजीनामा करना चाहता है। इसलिए उन्हें गवाही नहीं देने के लिए धमकाता है। उसके भाई नारायण ने कोर्ट में मुंह खोलने पर हत्या और झूठे केस में फंसाने की धमकियां जरुर दी हैं।

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ऐसे खुला राज

एमपी पुलिस ने बताया मनीष का दोस्त जॉनी बाथम जेएएच ले गया था। उसे बुलाया तो जॉनी फरार हो गया। तब मनीष को रडार पर लिया तो उसने खुलासा किया लाखन राठौर से दोस्ती है। लाखन हत्या के प्रयास केस में राजीनामा चाहता है। मुकेश प्रजापति उसकी बात नहीं मान रहा है। इसलिए लाखन ने उसे बुलाकर दो लाख रुपए में मुकेश को भी हत्या के प्रयास केस में फंसाने का ठेका दिया।

जानें किसकी क्या भूमिका

साजिश का खाका नारायण राठौर ने खींचा। तानसेन नगर में मीटिंग की। तमंचे और गोली का इंतजाम प्रदीप राठौर ( हरनाथ का पुरा भिंड ) ने किया। गोली इशू उर्फ इशान पांडेय (ग्वालियर) ने मारी। जॉनी को गवाही में रखा। ईशान से पैर में गोली मारने को कहा था, लेकिन वारदात को गंभीर दिखाने के लिए उसने पेट में गोली मार दी।

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पांच लोगो ने दिया मामले को अंजाम

पेट में गोली मारकर दुश्मन को फंसाने की वारदात का राज खुल गया है। इसमें जेल में बंद बदमाश, उसके भाई समेत कुल पांच लोग शामिल थे। सभी पर केस दर्ज किया है। इसमें घायल बदमाश को गिरफ्तार किया है। बाकी को तलाशा जा रहा है।

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