ग्वालियर के कमलाराजा अस्पताल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल के रसोइए ने गर्भवती महिलाओं के बर्तन में चिकन पकाया। यह घटना तब उजागर हुई जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। रसोई कर्मचारी विनोद बाथम ने खुद स्वीकार किया कि उसने चिकन पकाया।
लड्डू गर्भवतियों के लिए बनाए जा रहे थे। यह लापरवाही अस्पताल प्रबंधन की निगरानी पर सवाल खड़े करती है। प्रशासन ने इसे पुराना मामला बताकर टालने की कोशिश की। हालांकि, वीडियो की पुष्टि और जांच की बात कही गई है। यह घटना अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा और स्वच्छता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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गर्भवती महिलाओं के लिए बनता है लड्डू
कमलाराजा अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को विशेष आहार, जिसमें लड्डू शामिल होते हैं। ये लड्डू महिलाओं को दिए जाते है। इसके बावजूद उन्हीं बर्तनों में मांसाहारी भोजन बनाना नियमों की अवहेलना है। यह महिलाओं और उनके गर्भस्थ शिशुओं के स्वास्थ्य को जोखिम में डालता है।
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रसोइया ने मानी गलती
रसोई कर्मचारी विनोद बाथम ने स्वीकार किया कि लड्डू गर्भवती महिलाओं के लिए बनाए जा रहे थे। उसी बर्तन में उसने अपने लिए चिकन पकाया। उसका यह बयान उसकी गैर-जिम्मेदाराना हरकत को दर्शाता है और अस्पताल की निगरानी व्यवस्था की खस्ता हालत को साबित करता है।
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अस्पताल प्रशासन ने बताया पुराना वीडियो
अस्पताल प्रशासन ने इस मामले को पुराना वीडियो कहकर दबाने की कोशिश की। यह स्पष्टीकरण अस्पताल की लचर व्यवस्था और जवाबदेही की कमी को उजागर करता है। यदि वीडियो पुराना भी हो, तो क्या ऐसी घटनाओं की समय पर रिपोर्ट और कार्रवाई नहीं होनी चाहिए थी?
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साफ-सफाई और निगरानी पर उठे सवाल
सरकारी अस्पतालों में स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता को लेकर पहले से ही संदेह रहता है। इस घटना ने गंभीर चिंता पैदा की है। क्या अस्पताल में कोई निरीक्षण तंत्र नहीं है? क्या भोजन तैयार करते वक्त खाद्य मानकों का पालन नहीं किया जाता? इन सवालों का जवाब स्वास्थ्य विभाग को देना होगा।
स्वास्थ्य सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़
गर्भवती महिलाओं के पोषण आहार में इस गड़बड़ी का उनकी और नवजात की सेहत पर बुरा असर हो सकता है। इस मामले में दोषी कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त दिशानिर्देश की आवश्यकता है।
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