/sootr/media/media_files/2025/03/06/Dr0BGlaxpaFSKzYSlQdK.jpg)
मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला लाल टिपारा गौशाला में भीषण आग लगने से हाहाकार मच गया। ग्वालियर की लाल टिपारा गौशाला में गुरुवार को भीषण आग लग गई। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई। आग गौशाला में वैदिक डेस्टिनेशन क्षेत्र में लगी, आग तेजी से फैली और घास के ढेर और झोपड़ियों के अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान एक बाड़े में एक हजार से ज्यादा गौवंश मौजूद थे। जिन्हें तुरंत सुरक्षित बाहर निकाला गया। राहत की बात यह है कि किसी भी गोवंश को नुकसान नहीं हुआ है। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया है। अभी आग के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना जताई जा रही है।
वैदिक डेस्टिनेशन क्षेत्र में तेजी से फैली आग
जानकारी के अनुसार ग्वालियर से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित लाल टिपारा गौशाला में आग गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे लगी। आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया और गौशाला के वैदिक डेस्टिनेशन क्षेत्र में स्थित घास के ढेर और झोपड़ियों को पूरी तरह जलाकर राख कर दिया। यह आग गौशाला के सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल पर बने टपरे में आग लगी। गौशाला में आग की तेज लपटें उठते देखकर प्रबंधन में हड़कंप मच गया।
ग्वालियर जिले के लाल टिपारा में स्थित मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी आदर्श गौशाला में भीषण आग लगी, फायर ब्रिगेड ने 30 मिनट में पाया काबू, कोई हताहत नहीं।#gwalior #Fireaccident #adarshgaushala #news #TheSootr pic.twitter.com/xoiQWDvnmr
— TheSootr (@TheSootr) March 6, 2025
ये खबर भी पढ़ें... ग्वालियर की लाल टिपारा गौशाला में पूजा के लिए 100 टन गोबर से बनाए गए 20 फीट ऊंचे गोवर्धन
कर्मचारियों ने दिखाई सतर्कता, गोवंशों को किया शिफ्ट
गौशाला के सांस्कृतिक कार्यक्रम क्षेत्र में आग फैलते ही अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद गौशाला में मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने सक्रियता दिखाते हुए जल्द से जल्द से गोवंशों को सुरक्षित निकाला और दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर दिया। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी गोवंश को कोई नुकसान नहीं हुआ। जिस समय में गौशाला में आग फैली तो बाड़े में करीब एक हजार से ज्यादा गौवंश मौजूद थे।
ये खबर भी पढ़ें... गैर ब्राह्मण कथावाचक को भागवत कथा करने से रोका, अब 7 लोगों पर FIR
फायर ब्रिगेड ने आग पर पाया काबू
गौशाला में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद फायर ब्रिगेड ने दमकल की गाड़ियों की मदद से पानी की तेज बौछार कर आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड के समय पर पहुंचने से प्रदेश की सबसे बड़ी और आदर्श गौशाला में बड़ा हादसा होने से टल गया। हालांकि, अब तक गौशाला में आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। आग के कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। वहीं प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला में आग से सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम नहीं होना ग्वालियर नगर निगम की बड़ी लापरवाही को उजागर करता है।
लाल टिपारा गौशाला के प्रबंधक महंत ऋषभदेव ने आग हादसे पर जानकारी देते हुए बताया कि होली के त्योहार को लेकर गौशाला में गौमैट गुलाल बनाने को लेकर चर्चा च रही थी। इसी दौरान शॉर्ट सर्किट से आग लग और तेजी से फैल गई। गौशाला में बैठक विशेष व्यवस्था तैयार की गई थी, जो आग में जल गई। राहत की बात है कि आग में किसी भी गौवंश को कोई नुकसान नहीं हुआ।
ये खबर भी पढ़ें...
MP में अचानक रोक दी गई 600 जोड़ों की शादी, सरकारी आदेश ने तोड़ दिए सपने
अब निजी वाहनों पर हूटर और VIP स्टीकर लगाना पड़ेगा भारी, पुलिस ने तैयार किया एक्शन प्लान