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Photograph: (The Sootr)
BHOPAL.मध्यप्रदेश शासन ने महत्वपूर्ण प्रशासनिक निर्णय लेते हुए 1994 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शिवशेखर शुक्ला को गृह विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। यह फैसला 1 सितंबर 2025 से प्रभावी हो गया है।
आईएएस शिव शेखर शुक्ला वर्तमान में अपर मुख्य सचिव, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के पद पर कार्यरत हैं और इसके साथ ही उनके पास आयुक्त-सह-संचालक, स्वराज संस्थान, वासी सचिव, भारत भवन और प्रबंध संचालक, पर्यटन विकास बोर्ड जैसी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी हैं। इन सभी पदों पर रहते हुए उन्हें अब मध्यप्रदेश गृह विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी निभानी होगी।
इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से 1 सितंबर 2025 को एक आधिकारिक आदेश जारी किया गया है, जिस पर मुख्य सचिव अनुराग जैन के हस्ताक्षर हैं। यह आदेश प्रशासनिक गलियारों में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि गृह विभाग राज्य के सबसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण विभागों में से एक है।
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प्रमोशन के बाद मिली अहम जिम्मेदारी
इस नियुक्ति के पीछे की कहानी भी दिलचस्प है। मध्यप्रदेश सरकार ने शनिवार को ही 1994 बैच के दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को अपर मुख्य सचिव (ACS) के पद पर पदोन्नत किया था। ये दो अधिकारी थे दीपाली रस्तोगी और शिवशेखर शुक्ला। यह आदेश भी 1 सितंबर 2025 से प्रभावी हुए थे।
दरअसल, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया के रिटायर होने के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि उनकी जगह केवल दीपाली रस्तोगी को ही पदोन्नत किया जाएगा। लेकिन, सरकार ने सबको चौंकाते हुए शिवशेखर शुक्ला को भी अपर मुख्य सचिव बनाया। इस प्रमोशन के तुरंत बाद उन्हें गृह विभाग जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी अतिरिक्त प्रभार के रूप में सौंप दी गई। यह उनके ऊपर सरकार के भरोसे को दर्शाता है।
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गृह विभाग में एसीएस शिवशेखर शुक्ला की नई भूमिका
गृह विभाग राज्य की कानून-व्यवस्था, पुलिस प्रशासन, सुरक्षा और आंतरिक मामलों से संबंधित सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेता है। यह विभाग सीधे तौर पर राज्य के मुख्यमंत्री के अधीन काम करता है और किसी भी राज्य की स्थिरता और शांति के लिए इसकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में एक अनुभवी अधिकारी को इस विभाग का प्रभार देना सरकार की प्राथमिकता को दर्शाता है।
शुक्ला अपने प्रशासनिक अनुभव के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने विभिन्न विभागों में सफलतापूर्वक कार्य किया है। संस्कृति और पर्यटन विभाग में उनके कार्यकाल के दौरान, मध्यप्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई नई पहल की गई हैं। अब गृह विभाग में उनकी नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि वे अपने अनुभव का उपयोग कर विभाग की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाएंगे। हालांकि, यह एक अतिरिक्त प्रभार है, फिर भी उनकी नई भूमिका में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
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प्रशासनिक फेरबदल ( IAS Transfer) से क्या आएंगे बदलाव
रणनीतिक नियुक्ति: सरकार अक्सर महत्वपूर्ण पदों पर उन अधिकारियों को नियुक्त करती है जिन पर उसे पूरा भरोसा होता है। यह नियुक्ति भी इसी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।
निरंतरता बनाए रखना: जेएन कंसोटिया के रिटायरमेंट के बाद गृह विभाग में एक अनुभवी अधिकारी की तुरंत तैनाती से यह सुनिश्चित होगा कि विभाग का काम बिना किसी रुकावट के चलता रहे।
अतिरिक्त प्रभार: भारतीय प्रशासनिक सेवा में अतिरिक्त प्रभार एक आम बात है, जब तक कि किसी पद पर स्थायी नियुक्ति नहीं हो जाती। इससे महत्वपूर्ण विभागों में रिक्त पद नहीं रहते हैं।
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